कांग्रेस नहीं परिवार के लिए वोट मांग रहे नकुलनाथ, राज्यसभा चुनाव से पहले कमलनाथ कर सकते हैं बड़ा खेल!
Kamalnath nakulnath to join bjp: एक ओर कमलनाथ ने कहा कि कोई भी किसी भी पार्टी में जाने के लिए स्वतंत्र है तो वहीं नकुलनाथ भी लगातार आदिवासियों के बीच सभाएं करते हुए कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि नाथ परिवार के लिए वोट मांग रहे हैं.
छिन्दवाड़ा. पूर्व सीएम कमलनाथ के ताजा बयान और उनके बेटे छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ की जनसभाएं कांग्रेस में बड़ी उठापटक की ओर इशारा कर रही हैं. दोनों के बीजेपी ज्वॉइन करने को लेकर राजनीतिक गलियारों में जमकर चर्चा हो रही है. एक ओर कमलनाथ ने शनिवार को कहा कि कोई भी किसी भी पार्टी में जाने के लिए स्वतंत्र है, तो वहीं नकुलनाथ भी लगातार आदिवासियों के बीच सभाएं कर रहे हैं. लेकिन नकुल कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि नाथ परिवार के लिए वोट मांग रहे हैं.
कांग्रेस नहीं पिता की उपलब्धियां गिना रहे नकुल
आमतौर पर किसी भी पार्टी का राजनेता या जनप्रतिनिधि जब जनता के बीच वोट मांगने के लिए जाता है तो वह अपनी पार्टी की उपलब्धियां गिनाते हुए पार्टी का प्रचार करता है और पार्टी के पक्ष में वोट की मांग भी करता है. लेकिन छिंदवाड़ा के आदिवासी अंचलों में सभाएं करने पहुंचे सांसद नकुलनाथ ने अपने भाषण के दौरान सीधे अपने पिता और पूर्व सीएम कमलनाथ के 42 सालों के विकास और जनता के लिए किए गए कामों को गिनाया.
बीजेपी ज्वॉइन करेंगे नकुल?
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भी नकुल ने नाथ परिवार के लिए वोट मांगना शुरू कर दिया है. कयास लगाए जा रहे हैं उन्होंने तय कर लिया है कि लोकसभा का चुनाव नाथ परिवार से कोई ना कोई लड़ेगा. हालांकि, आने वाले लोकसभा चुनाव में कहीं भी वे कांग्रेस के लिए वोट मांगते नजर नहीं आ रहे हैं. ऐसे में कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि नकुलनाथ भाजपा का दामन थाम सकते हैं.
प्रह्लाद पटेल का अचानक क्लस्टर बदलना
वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक मनीष तिवारी का कहना है कि कुछ दिनों पहले ही दिल्ली में आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने क्लस्टर प्रभारी नियुक्त किए थे, लेकिन अचानक से सभी क्लस्टर प्रभारी संभाग में बदलाव कर दिया गया. इसी कड़ी में जबलपुर संभाग के क्लस्टर प्रभारी कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल को भी रीवा की जिम्मेदारी देते हुए जबलपुर संभाग में कैलाश विजयवर्गीय को जिम्मा दिया गया है. कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि पूर्व सीएम कमलनाथ और प्रह्लाद पटेल के बीच सामंजस्य नहीं बन पाता, शायद इसलिए पहले से रणनीति तय की जा रही है कि नाथ परिवार भाजपा में शामिल हो तो किसी प्रकार का दखल जबलपुर संभाग में ना हो सके.
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि 27 फरवरी को राज्यसभा के चुनाव होना है. मध्य प्रदेश में पांच राज्यसभा की सीट खाली हुई हैं जिसमें से चार में बीजेपी का आना लगभग तय है. वहीं एक कांग्रेस के पक्ष में आ सकती है लेकिन उसके पहले बीजेपी बड़ा खेल करने की तैयारी में है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पूर्व सीएम कमलनाथ के साथ करीब 22 विधायक भी भाजपा के समर्थन में आएंगे तो इससे पांचों राज्यसभा सीट में बीजेपी का कब्जा होगा और एक राज्यसभा के सदस्य पूर्व सीएम कमलनाथ भी हो सकते हैं. इसके बाद कमलनाथ को केंद्र में कैबिनेट मंत्री का तोहफा भी मिल सकता है.