रांचीः रोजगार मेला के जरिए चंपाई सरकार इन दिनों झारखंड के युवाओं को निजी क्षेत्र में नौकरी देने में जुटी है. इसके तहत शनिवार 29 जून को रांची अवर प्रादेशिक नियोजनालय में रोजगार मेला का आयोजन किया गया.
श्रम विभाग द्वारा आयोजित इस रोजगार मेला में पहुंचे युवाओं ने सरकार के इस पहल की जमकर सराहना की. एक कैंपस में ऑफिस कलर्क से लेकर विभिन्न कंपनियों में साफ्टवेयर इंजीनियर तक की नौकरी पाने का अवसर का लाभ उठाने में महिला अभ्यर्थियों की अच्छी खासी संख्या दिखी. जेआरएफ करने के बाद प्रोफेसर बनने की चाहत रख रहीं मिनी शोभा कुजूर ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से मेरे जैसे युवाओं को नौकरी पाने का अवसर मिलेगा. जॉब की तलाश में रोजगार मेला में आए डिप्लोमा इंजीनियर राहुल कहते हैं कि उन्हें झारखंड में रहकर अनुभव प्राप्त करना है. इस उदेश्य से नौकरी की तलाश में वे यहां पहुंचे हैं.
नौकरी देने वाली कंपनी ही जब हो जाए गायब!
रोजगार मेला के माध्यम से करीब 1500 युवाओं को नौकरी देने का लक्ष्य श्रम विभाग को था मगर ऐन वक्त पर जॉब प्रोवाइड करने वाली कई कंपनी गायब हो गईं. जाहिर तौर पर रोजगार मेला में सूचीबद्ध 25 में से मात्र 18 के भरोसे विभाग को काम चलाना पड़ा. कंपनी की अनुपस्थिति की वजह से जहां अभ्यर्थियों को परेशानी झेलनी पड़ी वहीं विभागीय अधिकारी भी परेशान दिखे. लिहाजा ऐसी कंपनियों पर श्रम विभाग कार्रवाई करने का निर्णय लिया है. सहायक निदेशक निशिकांत मिश्र कहते हैं कि रोजगार मेला से नदारद रहीं कंपनियों से पहले यह जाना जाएगा कि उनके नहीं आने की वजह क्या रही, इसके बाद उनपर कार्रवाई की जाएगी.