रांची: झारखंड में बहुत तेजी से राजनीतिक घटनाक्रम बदल रहे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपना इस्तीफा दे दिया है. झामुमो के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. राजभवन पहुंचकर चंपई सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. नव मनोनीत विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने 43 विधायकों के हस्ताक्षर के साथ समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा है. इसमें सीता सोरेन का भी हस्ताक्षर है. इस लिस्ट में स्पीकर रवींद्रनाथ महतो, लोबिन हेंब्रम, चमरा लिंडा और रामदास सोरेन का हस्ताक्षर नहीं है. बताया गया है कि रामदास सोरेन दिल्ली में अस्पताल में भर्ती हैं.
सत्ताधारी दलों की ओर से 01 फरवरी को दिन के 11 बजे शपथ ग्रहण का समय मांगा गया है. राजभवन के अंदर पांच विधायकों को मिलने के लिए बुलाया गया था. पांच विधायकों में जेएमएम से एक, कांग्रेस से एक, राजद से एक, जेवीएम से एक और भाकपा माले से एक विधायक शामिल थे. चंपई सोरेन सरायकेला के विधायक हैं. वह पांचवीं बार विधायक बने हैं.
दोपहर करीब एक बजे ईडी सीएम आवास पर उनसे पूछताछ के लिए पहुंची थी. जो शाम तक जारी रही. शाम करीब पांच बजे के बाद से सीएम आवास के पास गतिविधि बढ़ गई. पहले रांची के डीसी और एसएसपी सीएम आवास पहुंचे उसके कुछ देर बाद राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी भी सीएम आवास पहुंचे. सीएम आवास, राजभवन और ईडी दफ्तर की सुरक्षा बढ़ा दी गई.
एक तरफ ईडी की कार्रवाई चर रही थी वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक रणनीति भी बन रही थी. सुबह से ही सीएम आवास में मंत्री और विधायकों के पहुंचने का सिलसिला जारी था. शाम पांच बजे के करीब तीन टूरिस्ट बसें सीएम आवास के पीछे के गेट से अंदर गई.
वहीं, रांची एसडीओ ने अगले आदेश तक मुख्यमंत्री आवास, राजभवन और हीनू स्थित ईडी ऑफिस के पास धारा 144 लागू कर दिया. शाम करीब सात बेज राजभन से मिलने का समय मांगा गया था. वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी के 4 अधिकारियों के खिलाफ रांची के एससी-एसटी थाना में केस दर्ज कराया था. एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दो बार सत्ताधारी दल के विधायकों के साथ बैठक की थी. बैठक में आज के लिए रणनीति बनाई गई थी. सोमवार को ईडी की टीम दिल्ली में सीएम हेमंत सोरेन के आवास पर पहुंची थी, जहां से 36 लाख रुपए और कार ईडी ने जब्त किया था.