रांची: झारखंड के लोहरदगा में राहुल गांधी ने एक चुनावी सभा को संबोधित किया. यहां राहुल गांधी ने आदिवासियों को वनवासी कहे जाने पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि आप वनवासी नहीं बल्कि आदिवासी हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर वे सत्ता में आते हैं तो 50 प्रतिशत रिजर्वेशन की दीवार को गिरा देंगे. इसके साथ ही आदिवासियों को 26 प्रतिशत की जगह 28 प्रतिशत रिजर्वेशन देंगे.
राहुल गांधी ने कहा कि देश में आज दो विचारधाराओं की लड़ाई चल रही है. उन्होंने कहा कि देश में आदिवासियों, दलित और पिछड़ा वर्ग की भागीदारी ना के बराबर है. उन्होंने कहा कि आज को जो भी अधिकारी चलाते हैं उनमें एक भी अधिकारी आदिवासी नहीं है. उन्होंने कहा कि आज कहीं भी आदिवासी, पिछड़ा और दलित वर्ग दिखाई नहीं देता है. ना कॉरपोरेट में, ना मीडिया में और ना ही अन्य बड़ी जगहों पर. राहुल ने कहा कि जब वे जातीय जनगणना की बात करते हैं तो उन्हें कहा जाता है कि वे बांटने वाली राजनीति कर रहे हैं, लेकिन इससे देश बंटेगा नहीं बल्कि मजबूत होगा.
आदिवासियों को वनवासी बताने पर बीजेपी पर निशाना
अपनी सभा सभा में राहुल गांधी ने कहा कि संविधान सिर्फ एक किताब नहीं है बल्कि इसमें बिरसा मुंडा, बाबा साहेब अंबेडकर और महात्मा गांधी जैसे लोगों की सोच है. ये संविधान देश के आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों और गरीबों की रक्षा करता है. राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के लोग आदिवासियों को वनवासी कहते हैं. अग्रेज भी आपको वनवासी कहते थे. तब बिरसा मुंडा ने आपके जल जंगल और जमीन की रक्षा के लिए अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी. आज हम भी आपके लिए लड़ रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी आपके जल जंगल और जमीन छीनना चाहती है, इसलिए वह आपको वनवासी करती है.
राहुल गांधी ने बताया आदिवासी का मतलब
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने झारखंड के लोहरदगा में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी का मतलब है कि वे देश के पहले मालिक हैं. वहीं वनवासी का मतलब है कि देश पर आपका कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि आप आदिवासी हैं और देश पर आपका सबसे पहला अधिकार है. उन्होंने कहा कि संविधान में आपको वनवासी शब्द कहीं नहीं मिलेगा. जिन्होंने संविधान बनाया उन्होंने आदिवासी शब्द का इस्तेमाल किया, क्योंकि वे कहना चाहते थे कि देश के जल जंगल और जमीन के असली मालिक आदिवासी हैं. राहुल गांधी ने कहा कि एक तरफ वो लोग हैं जो आपको आदिवासी करते हैं और आपका सम्मान करते हैं. तो दूसरी तरफ वैसे लोग हैं जो आपको वनवासी करते हैं और जो भी कुछ आपका है उससे छीनना चाहते हैं.
लोहरदगा में राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने 20 से 25 अरबपतियों के कर्ज माफ कर दिए लेकिन उन्होंने गरीबों, किसानों का कर्ज माफ नहीं किया. उन्होंने कहा कि आदिवासी, दलित, पिछड़े होने के कारण आपके कर्ज को बीजेपी ने माफ नहीं किया. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार ने 72 हजार करोड़ रुपए किसानों के कर्ज माफ किए थे.