अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए पहले विधानसभा चुनावों के नतीजों से पता चला है कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) दक्षिण कश्मीर में अपना एक बार फिर से मजबूत प्रभुत्व हासिल करने में विफल रही है. यह परिणाम पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है, जिसका पहले इस क्षेत्र में मजबूत प्रभाव था. खंडित जनादेश की भविष्यवाणियों के बावजूद, पीडीपी ने खुद को संभावित किंगमेकर के रूप में पेश किया, लेकिन नतीजों ने एक अलग तस्वीर दिखाई. नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) दक्षिण कश्मीर में अधिकांश सीटें हासिल करके स्पष्ट विजेता के रूप में उभरी है. 2002 और 2014 के विधानसभा चुनावों में, पीडीपी ने इस क्षेत्र से काफी सीटें जीती थीं, जिससे यह हार और भी अधिक स्पष्ट हो गई. वहीं पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती को बिजबेहरा में हार का सामना करना पड़ा, यह सीट लंबे समय से उनके परिवार के पास थी. एनसी के डॉ. बशीर अहमद वीरी ने इल्तिजा मुफ्ती को 9,770 मतों के अंतर से हराकर सीट जीती. राजनीतिक विश्लेषक पीडीपी के पतन का कारण आंतरिक कलह और अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद प्रमुख नेताओं के पलायन को मानते हैं. इन नेताओं के जाने के साथ-साथ पार्टी की नए राजनीतिक परिदृश्य के अनुकूल ढलने में असमर्थता ने इसे कमजोर करने में योगदान दिया. इसके विपरीत, नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन ने अनंतनाग की सभी सात विधानसभा सीटों पर कब्जा कर लिया, जिसमें पहलगाम, अनंतनाग पश्चिम और शांगस में बड़ी जीत शामिल है.
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन ने बहुमत हासिल किया - JAMMU AND KASHMIR ELECTION 2024
Published : Oct 8, 2024, 6:42 AM IST
|Updated : Oct 8, 2024, 5:18 PM IST
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन ने 49 सीटें जीतकर 10 साल के अंतराल के बाद हुए चुनाव में बहुमत हासिल किया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) 42 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. वहीं भाजपा 29 सीटें हासिल कर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी है.
LIVE FEED
पीडीपी दक्षिण कश्मीर में अपनी पकड़ फिर से हासिल करने में विफल रही
इंडिया गठबंधन ने अनंतनाग जिले की सभी सात विधानसभा सीटें जीतीं
इंडिया गठबंधन ने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में सभी सात विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की, जिससे पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) को करारा झटका लगा, जो कभी अपने गढ़ माने जाने वाले इस क्षेत्र में एक भी सीट जीतने में विफल रही. सबसे बड़ी हार बिजबेहरा निर्वाचन क्षेत्र में हुई, जहां नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उम्मीदवार बशीर अहमद वीरी ने पीडीपी की इल्तिजा मुफ्ती को 9,770 वोटों के महत्वपूर्ण अंतर से हराया। वीरी को 33,299 वोट मिले, जबकि इल्तिजा को 23,529 वोट मिले. इंडिया अलायंस की सफलता अनंतनाग के सभी निर्वाचन क्षेत्रों में फैली. नेशनल कॉन्फ्रेंस के अब्दुल मजीद लारमी ने अनंतनाग पश्चिम सीट 10,435 वोटों से जीती, जबकि अल्ताफ कालू ने पहलगाम निर्वाचन क्षेत्र को 18,159 वोटों के अंतर से जीता. शांगस में, एनसी के रेयाज अहमद खान ने 14,523 वोटों से जीत हासिल की, और अनंतनाग 44 मेन में, कांग्रेस उम्मीदवार पीरजादा मोहम्मद सईद ने पीडीपी के डॉ. महबूब बेग को 1,686 वोटों से हराया. कांग्रेस के जीए ने 29,413 वोटों के बड़े अंतर से डूरू में जीत हासिल की, और एनसी के जफर अली खटाना ने कोकरनाग एसटी निर्वाचन क्षेत्र को 6,162 वोटों से जीता. अनंतनाग में पीडीपी की पूरी हार ने पार्टी कार्यकर्ताओं को हैरान कर दिया है, यह पहली बार है जब पार्टी जिले से खत्म हो गई है.
जम्मू-कश्मीर में भाजपा के प्रदर्शन पर गर्व, नेशनल कॉन्फ्रेंस को बधाई : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में भाजपा के प्रदर्शन पर गर्व जताया और इस केंद्रशासित प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस को बधाई दी. मोदी ने एक्स पर सिलसिलेवार पोस्ट करते हुए जम्मू-कश्मीर के लोगों को भरोसा दिलाया कि वह इस क्षेत्र के कल्याण के लिए काम करते रहेंगे. जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था और इस गठबंधन को कुल 90 में से 48 सीट पर जीत मिली है.
एनसी-कांग्रेस सरकार लोगों की पसंद है : महबूबा मुफ्ती
पिछले दो दशकों में सबसे खराब चुनावी झटके का सामना कर रही पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि जनादेश से साफ पता चलता है कि लोग एक स्थिर नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस सरकार चाहते हैं. पीडीपी ने 90 विधानसभा क्षेत्रों में से तीन सीटें जीतीं, जबकि 2014 में उसने भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार बनाई थी, तब उसे 28 सीटें मिली थीं. हालांकि मुफ्ती इस बार चुनाव नहीं लड़ रही थीं, लेकिन उनकी पार्टी ने पूरे जम्मू-कश्मीर में अपने उम्मीदवार उतारे थे.
पूर्व मुख्यमंत्री श्रीनगर में पार्टी मुख्यालय में मीडिया के सामने आत्मविश्वास से भरी नजर आईं और कहा कि जनादेश ने छेड़छाड़ की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी है. उन्होंने कहा कि जनादेश के जरिए संदेश यह है कि जम्मू-कश्मीर के लोग समझदार हैं और वे त्रिशंकु जनादेश नहीं चाहते. मैं अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा करती हूं जिन्होंने हमें वोट दिया. जिस तरह से लोगों ने स्थिर सरकार के लिए वोट दिया, उसने जनादेश को तोड़ने-मरोड़ने या उसे हराने का कोई मौका नहीं छोड़ा. सरकार के लिए मेरी शुभकामनाएं हैं कि वे लोगों की उम्मीदों पर खरे उतरें. उन्होंने दावा किया कि उन्हें उम्मीद थी कि चुनावों में एनसी-कांग्रेस बढ़त हासिल करेंगे और उन्होंने कांग्रेस नेता से बातचीत के दौरान उन्हें यह बात बताई थी. एक सवाल के जवाब में महबूबा ने कहा कि एनसी को 1996 में 60 सीटें मिली थीं, लेकिन 2014 में केवल 15 सीटें मिलीं. उन्होंने कहा, 'हमें लोगों की पसंद का सम्मान करना चाहिए. लोग बीजेपी को दूर रखने के लिए एक स्थिर एनसी-कांग्रेस सरकार चाहते थे. उन्होंने त्रिशंकु सरकार के लिए वोट नहीं दिया.'
जमात-ए-इस्लामी और एआईपी को करारी हार का सामना करना पड़ा
विधानसभा चुनाव में जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर (जेईआई) और अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कोई खास चुनावी छाप नहीं छोड़ पाए, जिससे उनका राजनीतिक भविष्य दांव पर लग गया. निर्दलीय उम्मीदवारों की हार एआईपी और जमात जैसे उनके समर्थकों के लिए बड़ा झटका है, जिन्होंने तीन दशक बाद मतदान का बहिष्कार किया था. लेकिन जमात द्वारा मैदान में उतारे गए 10 उम्मीदवारों में से कोई भी एक भी सीट नहीं जीत सका. कुलगाम की एक सीट को छोड़कर, जहां सायर रेशी विजयी उम्मीदवार और कम्युनिस्ट नेता एमवाई तारिगामी के खिलाफ दूसरे स्थान पर रहे. उन्होंने 1996 के बाद से चौथी बार सीट बरकरार रखी है.
इसी तरह उनके गठबंधन सहयोगी एआईपी के 90 सदस्यीय विधान सभा सीटों पर 34 उम्मीदवार थे, लेकिन उसे केवल एक सीट मिली. इंजीनियर राशिद के भाई खुर्शीद अहमद शेख के गढ़ लंगेट से जीत हासिल की. उन्होंने हाल ही में सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया और 2008 से दो बार अपने भाई द्वारा बरकरार रखी गई सीट से अपना पहला चुनाव लड़ा.
नए चेहरों के सामने आने से एनसी का दबदबा
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं, जिसमें एक स्पष्ट रुझान देखने को मिला है: नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के उम्मीदवारों ने कश्मीर प्रांत में अधिकांश सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि भाजपा ने जम्मू में कई निर्वाचन क्षेत्रों में जीत दर्ज की है. श्रीनगर की आठ सीटों में, चार एनसी उम्मीदवारों ने अपनी पहली जीत दर्ज की है, जिनमें सलमान सागर, अहसान अहमद शेख (प्रदेशी), तनवीर सादिक और मुश्ताक गुरु शामिल हैं. युवा एनसी नेता सलमान सागर ने हजरतबल निर्वाचन क्षेत्र में 18,890 वोटों के साथ जीत दर्ज करके महत्वपूर्ण छाप छोड़ी है.उन्होंने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की उम्मीदवार आसिया नकाश को 10,000 से अधिक वोटों से हराया है
अहसान प्रदेशी ने श्रीनगर की लाल चौक सीट जीत ली. उन्होंने पूर्व NC विधायक मोहम्मद अशरफ मीर को 11,000 से अधिक मतों से हराया. वहीं ज़ादीबल निर्वाचन क्षेत्र में, तनवीर सादिक ने पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के आबिद अंसारी को 16,000 से अधिक मतों के अंतर से हराकर जीत हासिल की. इसके अलावा NC के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़ने वाले व्यवसायी मुश्ताक गुरु ने चनापोरा में अपनी पार्टी के अध्यक्ष सैयद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी को 5,000 से अधिक मतों से हराया. उत्तरी कश्मीर में, नए चेहरे मियां मेहर अली ने कंगन सीट पर कुल 28,907 वोटों के साथ जीत दर्ज की, उन्होंने पीडीपी के सैयद जमाल को 3,000 से अधिक वोटों से हराया.दक्षिणी कश्मीर में, पीडीपी के वहीद रहमान पारा ने भी एनसी के खलील मोहम्मद बंद के खिलाफ 8,000 से अधिक वोटों से जीत दर्ज करते हुए अपनी शुरुआत की. वहीं राफिक नाइक त्राल निर्वाचन क्षेत्र में विजयी हुए, उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार चूनी सिंह को 460 वोटों से हराकर 10,710 वोटों के साथ अपनी पहली विधानसभा चुनाव जीत दर्ज की.
दल-बदलुओं और भाजपा की कथित टीमों को हार का सामना करना पड़ा
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के नतीजे नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में आए और उन सभी उम्मीदवारों को खारिज कर दिया, जिन्होंने अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पार्टी बदली थी और जिन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की छाया के रूप में देखा जाता था. अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद तीन दल बदलने वाले पीडीपी उम्मीदवार बशारत बुखारी बारामुला विधानसभा क्षेत्र के वागूरा-क्रीरी से कांग्रेस उम्मीदवार इरफान हफीज लोन से हार गए. लोन अपना पहला चुनाव लड़ रहे थे, जबकि बुखारी उसी सीट से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के दो बार विधायक रह चुके थे. पूर्व उपमुख्यमंत्री और पीडीपी के संस्थापकों में से एक मुजफ्फर हुसैन बेग और उनकी पत्नी दोनों सीटों पर हार गए. मुजफ्फर बेग अपने भतीजे और शिष्य जावेद बेग से 16651 वोटों के भारी अंतर से हार गए. वरिष्ठ बेग की पत्नी सफीना बेग, जो जिला विकास परिषद बारामुल्ला की अध्यक्ष हैं, इरफान हफीज लोन से 15303 वोटों के भारी अंतर से हार गईं.
वहीं पूर्व मंत्री और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के महासचिव इमरान अंसारी बारामुल्ला के पट्टन विधानसभा क्षेत्र से हार गए. अंसार नेकां के नए उम्मीदवार जावेद रियाज बेदार से 603 वोटों के अंतर से हार गए. कांग्रेस के पूर्व मंत्री ताज मोहिद्दीन बारामुला के उरी विधानसभा क्षेत्र से नेकां के नवोदित उम्मीदवार डॉ. शफी उरी से 14000 मतों के बड़े अंतर से हार गए, जो नेकां के दिग्गज शफी उरी के बेटे हैं. वहीं गुरेज विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के फकीर मुहम्मद खान को नेकां के पूर्व विधायक नजीर अहमद खान (गुरेज़ी) ने 1132 मतों के अंतर से हराया. वहीं पूर्व कांग्रेस विधायक उस्मान मजीद बांदीपोरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार निजामु दीन भट से 811 मतों के मामूली अंतर से हार गए.
जम्मू-कश्मीर चुनाव परिणाम 2024: कांग्रेस बोली- गठबंधन की प्राथमिकता राज्य का दर्जा बहाल करना होगी
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को स्पष्ट, निर्णायक और ठोस जनादेश दिया है. गठबंधन की प्राथमिकता राज्य का दर्जा बहाल करना होगी.
मैं सभी मतदाताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं: उमर अब्दुल्ला
कांग्रेस-एनसी गठबंधन द्वारा जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव जीतने पर एनसी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस को प्यार दिखाया है और जो कुछ भी बचा था, उसे हमारे गठबंधन सहयोगियों ने पूरा किया है. मैं सभी मतदाताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं.
राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए हम लड़ते रहेंगे: सज्जाद गनी लोन
जम्मू-कश्मीर चुनाव 2024 परिणामों के बाद जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन ने कहा कि हालांकि हमने बहुत ज्यादा सीटें नहीं जीती हैं, लेकिन NC-कांग्रेस की लहर ने सीटों पर कब्जा कर लिया और बहुमत हासिल कर लिया. हालांकि, अपनी विनम्र क्षमता में, मैं लोगों को एक बार फिर सशक्त बनाने की कोशिश करता रहूंगा. हम विधानसभा में और जहां भी संभव हो, इसके लिए लड़ेंगे (राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए).
अभी तक किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला : जी किशन रेड्डी
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव परिणाम के रुझानों पर भाजपा नेता जी किशन रेड्डी ने कहा कि अभी तक किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. जम्मू-कश्मीर में हमारी पार्टी के इतिहास में अब तक की सबसे अधिक सीटें हमारे पास हैं. राहुल गांधी ने दावा किया कि उन्होंने पीएम मोदी का आत्मविश्वास कम किया है, लेकिन मोदी 3.0 के 100 दिनों में किया गया विकास जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ हरियाणा में भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है. कांग्रेस की तुलना में जम्मू क्षेत्र में हमारी सफलता दर उत्कृष्ट है. अब जम्मू 'कांग्रेस मुक्त' हो गया है, उन्होंने जम्मू में केवल एक सीट जीती... हम 68% की स्ट्राइक रेट के साथ 29 सीटों पर आगे चल रहे हैं.
कोई फर्क नहीं पड़ता की मुख्यमंत्री कौन बनता है: भाजपा नेता
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव परिणाम के रुझानों पर, पूर्व उप-मुख्यमंत्री और भाजपा नेता कविंदर गुप्ता ने कहा कि हमने जो 90% सीटें जीती हैं, उनमें कांग्रेस का प्रदर्शन 10% से भी कम था... मुझे लगता है कि वे (एनसी) कांग्रेस को बाहर कर देंगे. कोई फर्क नहीं पड़ता कि सीएम कौन बनता है, प्राथमिक उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के कल्याण के लिए काम करना होना चाहिए.
उधमपुर से भाजपा उम्मीदवार की जीत
जम्मू और कश्मीर में उधमपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार पवन कुमार गुप्ता ने कहा कि मैं उधमपुर पश्चिम के लोगों का दिल से आभार व्यक्त करता हूं और मुझे टिकट देने के लिए पार्टी हाईकमान को भी धन्यवाद देता हूं. भाजपा कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत की...मैं जीत का श्रेय उधमपुर पश्चिम के लोगों और भाजपा को देता हूं.
जम्मू कश्मीर का अगला सीएम कौन होगा, फारूक अब्दुल्ला ने बताया
जम्मू कश्मीर में पार्टी की जीत के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने बताया कि उमर अब्दुल्ला ही राज्य के अगले सीएम होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि जनता ने पांच अगस्त के उस फैसले को नकार दिया, जिसमें केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया था.
जादिबाल से एनसी उम्मीदवार तनवीर सादिक जीते
नेशनल कॉन्फ्रेंस के तनवीर सादिक जादिबाल विधानसभा से चुनाव जीते.
फारूक अब्दुल्ला आये समर्थकों के सामने
एनसी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला श्रीनगर में अपने आवास पर अपने समर्थकों का अभिवादन और शक्ति प्रदर्शन करते हुए. नवीनतम चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, जेकेएनसी-कांग्रेस गठबंधन ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है.
यह हार सिर्फ बीजेपी की नहीं बल्कि पीएम मोदी की है : एनसी उम्मीदवार
जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में गुरेज विधानसभा से एनसी उम्मीदवार नजीर अहमद ने कहा कि मैं उन लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने कड़ी मेहनत की...मेरे पास न तो पैसा था और न ही संसाधन...यह हार सिर्फ बीजेपी की नहीं बल्कि पीएम मोदी की है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार बनाएगी : एनसी नेता
राजपोरा निर्वाचन क्षेत्र से आगे चल रहे जेकेएनसी नेता मोहिउद्दीन मीर कहते हैं कि 6 राउंड की मतगणना के बाद 9000 वोटों की बढ़त है. यह बढ़त बढ़ेगी. मैं 12000-13000 वोटों से जीतूंगा. नेशनल कॉन्फ्रेंस कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार बनाएगी. मुझे सफल बनाने के लिए मैं अपने मतदाताओं का शुक्रिया अदा करता हूं.
बसोहली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार चौधरी लाल सिंह आगे
जम्मू और कश्मीर चुनाव परिणाम 2024: बसोहली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार चौधरी लाल सिंह ने कहा कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में, भाजपा ने विकास के लिए एक पैसा भी खर्च नहीं किया. सवाल यह है कि क्या भाजपा उनके द्वारा किए गए एक भी विकास कार्य को बता सकती है?
50 सीटों पर आगे हुई कांग्रेस एनसी गठबंधन
जम्मू कश्मीर में कांग्रेस एनसी गठबंधन आगे चल रही है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस (10) एनसी (40) गठबंधन 46 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं भाजपा 25 सीटों पर आगे चल रही है.
जम्मू-कश्मीर भाजपा प्रमुख रविंदर रैना पीछे
चुनाव आयोग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर भाजपा प्रमुख रविंदर रैना 4/10 राउंड की मतगणना के बाद नौशेरा से 9661 मतों से पीछे चल रहे हैं.
रुझानों में इंडिया गठबंधन आगे
जम्मू कश्मीर में कांग्रेस एनसी गठबंधन आगे चल रही है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस (7) एनसी (39) गठबंधन 46 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं भाजपा 26 सीटों पर आगे चल रही है.
रुझानों में इंडिया गठबंधन को बहुमत
जम्मू कश्मीर में कांग्रेस एनसी गठबंधन आगे चल रही है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस (8) एनसी (41) गठबंधन 49 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं भाजपा 22 सीटों पर आगे चल रही है.
जम्मू कश्मीर में कांग्रेस एनसी गठबंधन आगे
जम्मू कश्मीर में कांग्रेस एनसी गठबंधन आगे चल रही है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस (7) एनसी (39) गठबंधन 46 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं भाजपा 23 सीटों पर आगे चल रही है.
कांग्रेस एनसी गठबंधन 48 सीटों पर आगे, भाजपा 23 पर आगे
जम्मू कश्मीर में कांग्रेस एनसी गठबंधन आगे चल रही है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस (8) एनसी (40) गठबंधन 48 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं भाजपा 23 सीटों पर आगे चल रही है.
कांग्रेस एनसी गठबंधन को बढ़त
जम्मू कश्मीर में कांग्रेस एनसी गठबंधन आगे चल रही है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस (7) एनसी (33) गठबंधन 40 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं भाजपा 20 सीटों पर आगे चल रही है.
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में भारी जीत होगी
अनंतनाग में कांग्रेस नेता और डूरू निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी उम्मीदवार गुलाम अहमद मीर ने कहा कि हरियाणा में, हम जानते थे कि यह हमारी भारी जीत होगी. जम्मू-कश्मीर में भी यही स्थिति है. भाजपा के खिलाफ एक मजबूत सत्ता विरोधी लहर है. इसलिए हमने एक व्यवहार्य गठबंधन बनाया है. गठबंधन अपने आप में एक जादुई आंकड़ा है. गठबंधन 50 के पार जाएगा. भाजपा का दावा है कि वे 50 के पार जाएंगे, जम्मू-कश्मीर में ऐसी स्थिति नहीं है, सभी स्थितियां भाजपा के खिलाफ थे.
नेशनल कॉन्फ्रेंस को ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद
श्रीनगर के ईदगाह विधानसभा क्षेत्र से जेकेएनसी उम्मीदवार मुबारक गुल ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस चुनाव जीतेगी. लोगों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस को सत्ता में लाने का मन बना लिया है. मुझे उम्मीद है कि हम एग्जिट पोल में बताई गई सीटों से ज्यादा सीटें जीतेंगे.
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमें जीत की उम्मीद
जम्मू-कश्मीर चुनाव परिणाम 2024: नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमें जीत की उम्मीद है, बाकी सब भगवान पर है. जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं ने जो भी फैसला किया है, वह दोपहर तक स्पष्ट हो जाएगा... अगर जनादेश भाजपा के खिलाफ है, तो उसे कोई खेल नहीं खेलना चाहिए. उमर ने कहा कि शुरुआती रुझानों में कांग्रेस-एनसी गठबंधन ने बढ़त हासिल की है. पांच विधायकों के नामांकन पर अब्दुल्ला ने कहा कि कुछ अधिवक्ताओं ने इस पर अपने विचार व्यक्त किए हैं. हमारे एक अधिवक्ता ने कहा है कि राज्यपाल के पास इन सीटों को भरने का कोई अधिकार नहीं है. अगर इन विधायकों को मनोनीत किया जाता है... प्रणब मुखर्जी जब भारत के राष्ट्रपति थे, तब वे कांग्रेस से थे, लेकिन जब उन्होंने नामांकन किया, तो यह भाजपा के सुझावों के अनुसार था... उन्होंने कांग्रेस के सदस्यों को नहीं चुना.
भाजपा ने जम्मू को शराब का शहर बना दिया: कांग्रेस उम्मीदवार
जम्मू-कश्मीर के जम्मू में स्थित बाहु विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार टीएस टोनी ने कहा कि कांग्रेस-एनसी गठबंधन 2/3 बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है. पहले लोग सिर्फ बयानों पर भरोसा करते थे. अब सारे झूठ उजागर हो गए हैं...लोग अब सब कुछ जान चुके हैं. यह मंदिरों का शहर था. भाजपा ने इसे शराब का शहर बना दिया. वे कहते हैं कि यह राजस्व सृजन के लिए है...लोग शराब और भू-माफिया से निराश हो चुके हैं...अब वे बेनकाब हो चुके हैं. जनता अब उन पर भरोसा नहीं करती...भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है. 5 विधायकों की नियुक्ति चुनी हुई सरकार को करनी थी. यहां तक कि राष्ट्रपति के पास भी सीधी नियुक्ति का यह अधिकार नहीं है. एलजी के पास यह मनमानी शक्ति कैसे हो सकती है?
जम्मू-कश्मीर के राजौरी के एक मतगणना केंद्र का दृश्य
जम्मू-कश्मीर के राजौरी के एक मतगणना केंद्र का दृश्य. शुरुआती रुझानों में राज्य में भाजपा और कांग्रेस गठबंधन के बीच कड़ी टक्कर देखी जा रही है.
जम्मू-कश्मीर चुनाव परिणाम 2024: कड़ी सुरक्षा के बीच वोटों की गिनती शुरू
जम्मू-कश्मीर चुनाव परिणाम 2024: उधमपुर महिला कॉलेज और बॉयज डिग्री कॉलेज में कड़ी सुरक्षा के बीच वोटों की गिनती शुरू हो गई है.
जम्मू-कश्मीर के सभी 20 जिलों की 90 सीटों पर मतगणना शुरू
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती शुरू हो गई है. हरियाणा के सभी 22 जिलों की 90 विधानसभा सीटों और जम्मू-कश्मीर के सभी 20 जिलों की 90 सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज हो रहा है.
मतगणना प्रक्रिया से संबंधित सभी तैयारियों की समीक्षा की गई: अभिषेक शर्मा
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में वोटों की गिनती से पहले, जिला चुनाव अधिकारी (डीईओ) राजौरी, अभिषेक शर्मा ने कहा कि वोटों की गिनती कुछ समय में शुरू होगी. मतगणना प्रक्रिया से संबंधित सभी तैयारियों की समीक्षा की गई है... हर कोई भारत के चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मतदान से संबंधित अपडेट देख सकता है. उन्होंने कहा कि उचित सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के नतीजों से भाजपा को उम्मीद
दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के नतीजे बताएंगे कि लोग विकास समर्थक सरकार चाहते हैं. भाजपा के नेतृत्व वाला गठबंधन जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव जीतेगा... जम्मू से प्रतिनिधित्व के बिना सरकार नहीं बनेगी... हरियाणा में हमें (भाजपा को) तीसरी बार सरकार बनाने की उम्मीद है.
सभी उम्मीदवारों को मेरी शुभकामनाएं: कांग्रेस उम्मीदवार
जम्मू-कश्मीर के राजौरी से कांग्रेस उम्मीदवार इफ्तिखार अहमद ने कहा कि लोकतंत्र के इस उत्सव में लोगों ने बड़ी संख्या में मतदान किया. 10 साल बाद चुनाव हुए, लोगों में बहुत उत्साह है और यह नतीजों का दिन है. सभी उम्मीदवारों को मेरी शुभकामनाएं. मुझे उम्मीद है कि लोगों के जनादेश का सम्मान किया जाएगा और लोकतंत्र की जीत होगी.
मतगणना से पहले उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर ये कहा
जेकेएनसी के उपाध्यक्ष और गंदेरबल और बडगाम से पार्टी के उम्मीदवार उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर एक पोस्ट किया कि आज के लिए अपने सभी सहयोगियों और सहयोगियों को शुभकामनाएं. हमने अच्छी लड़ाई लड़ी और अब, इंशाअल्लाह, नतीजे उसी को प्रतिबिंबित करेंगे.
लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपने अंतिम चरण के अंतिम क्षणों में पहुंच गई है : उम्मीदवार
जम्मू-कश्मीर के रामबन में वोटों की गिनती से पहले रामबन से निर्दलीय उम्मीदवार सूरज सिंह परिहार ने कहा कि लोगों में जोश बहुत ज्यादा है... यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपने अंतिम चरण के अंतिम क्षणों में पहुंच गई है. आज मतगणना होगी... मतदाता बेसब्री से इंतजार कर रहे होंगे...
मतगणना के दौरान पुलिस बल और अर्धसैनिक बल सतर्क
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में मतगणना के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर एसएसपी राजौरी रणदीप कुमार ने कहा कि हमने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के लिए हरसंभव प्रयास किए हैं, हमने यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास किए हैं कि किसी को कोई असुविधा न हो. केवल जारी किए गए आईडी कार्ड वालों को ही जांच के बाद अनुमति दी जा रही है...पुलिस बल और अर्धसैनिक बल सतर्क हैं और हमने सुरक्षा के लिए उचित व्यवस्था की है. मतगणना प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होगी...हमारे सभी निगरानी उपकरण काम कर रहे हैं...सभी टीमें सतर्क हैं.