रांची: मानसून सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ गई. प्रश्न काल शुरू होते ही भाजपा के विधायक वेल में आ गये. उन्होने पाकुड़ के आदिवासी हॉस्टल में पुलिस की बर्बरता का मामला उठाया. व्यवस्था के तहत नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि जिले के गायबथान में आदिवासी परिवार की जमीन पर मुस्लिम समाज के लोग जबरन कब्जा कर रहे थे. इसका विरोध करने पर दो आदिवासियों को पीटा गया.
छात्रों के साथ मारपीट मामले में सरकार से मांगा जवाब
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि छात्र इस मुद्दे को लेकर आक्रोश मार्च निकालना चाह रहे थे। मगर उनके आक्रोश मार्च को विफल करने की मंशा से रात में पुलिस ने केकेएम कॉलेज के आदिवासी हॉस्टल में जाकर छात्रों को बुरी तरह से पीटा. उन्होने कहा की 11 छात्र घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती किए गए और उनके उपर प्राथमिकी भी दर्ज करा दी गई। भाजपा ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए जवाब की मांग की है।
बीजेपी कर रही आदिवासी महिलाओं का अपमान
इस मामले पर सत्तापक्ष की ओर से प्रदीप यादव, नेहा शिल्पी तिर्की और सुदिव्य कुमार सोनू ने भाजपा की मंशा पर सवाल उठाया. इन नेताओं नें भाजपा पर बंगलादेशी घुसपैठ को रोकने में नाकाम होने का आराप लगाया। कांग्रेस विधायक नेहा शिल्पी तिर्की जो की लगातार इस मुद्दे को लेकर आक्रामकता से अपनी बात रखती आई हैं उन्होंने सदन में कहा की भाजपा के लोग आदिवासी महिलाओं की मुस्लिम के साथ शादी को मुद्दा बना रहे हैं, यह उनका अपमान है. इस पर भाजपा को माफी मांगनी होगी.
रांची में बाहरियों को बसा रही बीजेपी