रांची:रांची के चान्हो इलाके के रहने वाले बेहद गरीब तबके के कुछ युवकों का ब्रेनवॉश कर उन्हें अलकायदा जैसे आतंकी संगठन से जोड़ा जा रहा था. दिल्ली पुलिस और झारखंड एटीएस की टीम के द्वारा गिरफ्तार शाहबाज अंसारी भी उन युवकों में से एक था. एक मामूली राजमिस्त्री का मात्र 5 महीने में ऐसा ब्रेनवॉश हुआ कि वह अलकायदा जैसे आतंकी संगठन से जुड़ गया.
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल कर रही है पूछताछ
झारखंड के लोहरदगा जिले से गिरफ्तार अलकायदा के संदिग्ध आतंकी शाहबाज अंसारी ने दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के सामने कई अहम और चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. झारखंड एटीएस से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि शाहबाज ने यह स्वीकार किया है कि
कम पढ़े लिखे और मजदूर वर्ग के लोगों को बहला-फुसलाकर अलकायदा संगठन में शामिल किया जा रहा था. पेशे से राज मिस्त्री का काम करने वाले संदिग्ध शाहबाज अंसारी की उसी के गांव के रहने वाले एनामुल अंसारी से दोस्ती हुई थी.
राजस्थान के भिवाड़ी स्थित ट्रेनिंग कैंप में छापेमारी से छह महीने पहले एनामुल ने शाहबाज को अलकायदा से जोड़ने के लिए संपर्क किया. एनामुल लगातार शाहबाज से मिलने लगा और उसे अलकायदा संगठन की जानकारी देने लगा. उसे यह भी बताया गया कि अब हमलोगों को एकजुट होना जरूरी है. उसने पांच महीने तक शाहबाज का ब्रेनवॉश किया. इसके बाद साल 2024 के अगस्त महीने में एनामुल शाहबाज को ट्रेन मार्ग से दिल्ली और फिर राजस्थान ले गया था. संदिग्ध शाहबाज ने पूछताछ में दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम और झारखंड एटीएस को कई जानकारी दी है. जिस पर दोनों एजेंसी जांच में जुट गई है.
तीन दिन ली थी भिवाड़ी में ट्रेनिंग
दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम और झारखंड एटीएस ने शुक्रवार की देर रात संदिग्ध शाहबाज अंसारी से पूछताछ की थी. इस दौरान पता चला कि राजस्थान के अलवर जिले के भिवाड़ी स्थित ट्रेनिंग कैंप में शाहबाज गया था. उस कैंप में एक दर्जन लोग ट्रेनिंग ले रहे थे. तीन दिनों तक उसने आतंकी ट्रेनिंग भी ली थी. इसी दौरान दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने छापेमारी कर एनामुल समेत कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया था.