इंदौर।देश भर में पड़ने वाली भीषण गर्मी पर समय रहते नियंत्रण के लिए अब बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर ने इस स्थिति को भापकर अब एक साथ 51 लाख पेड़ लगाने की तैयारी कर ली है. पहली बार देश के किसी शहर में एक साथ शहर भर के लोगों द्वारा लगाए जाने वाले वृक्षारोपण के लिहाज से यह दुनिया का सबसे बड़ा प्लांटेशन ड्राइव होगा, जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया जाएगा. 7 जुलाई से 14 जुलाई तक प्लांटेशन का काम किया जाएगा. Greenery After Cleanliness in Indore
गर्मी से निपटने वृक्षारोपण का फैसला
दरअसल ग्लोबल वार्मिंग और बढ़ते प्रदूषण के चलते मध्य प्रदेश के मालवा अंचल का तापमान भी गर्मी के दिनों में 47 डिग्री पहुंच गया. जो यहां के ठंडे तापमान के लिहाज से किसी चेतावनी से काम नहीं था. यही स्थिति देश के विभिन्न शहरों में हुई जहां भीषण गर्मी से करीब 400 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर आई. भविष्य में यही स्थिति इंदौर और मालवांचल में बने इसके पहले ही प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और इंदौर नगर निगम ने स्थिति से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करने का फैसला किया.
एक माह से अभियान में जुटे अधिकारी
इसके बाद सहमति बनी की इंदौर शहर की खाली पड़ी शासकीय जमीन पर बड़ी संख्या में वृक्षारोपण किया जाए. वर्तमान में होने वाला वृक्षारोपण आने वाली पीढियां को शुद्ध हवा और पर्यावरण दे सकें, इसके लिए तय किया गया कि कम से कम शहर की जरूरत के मुताबिक शहर का हर नागरिक कम से कम 10 पौधे लगाए. हालांकि पहले चरण में इंदौर में एक साथ 51 लाख पौधे लगाने का फैसला किया गया. इस फैसले के बाद ही शहर के तमाम जनप्रतिनिधि और अधिकारी बीते करीब एक माह से इस अभियान के लिए जुटे हैं.
इंदौर में 3000 लोकेशन पर पौधे लगेंगे
स्वच्छ शहर में वृक्षारोपण के इस महा अभियान का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस अभियान को पूरा करने के लिए अब तक शहर के अलग अलग शासकीय विभाग, संस्थाओं, समाज, इंडस्ट्रीज, व्यापारिक संगठन, रहवासी संघों के साथ 50 बैठकें की जा चुकी हैं. तमाम बैठकों के बाद इसे शहर का मिशन बना दिया है. इंदौर में 3000 लोकेशन पर पौधे लगाए जायेंगे. फिलहाल पौधारोपण के लिए गड्ढे करने के लिए 20 पोकलैंड, 25 जेसीबी, 250 मजदूर जुटे हुए हैं. इस अभियान के लिए 51 लाख गड्ढे खोदना सबसे बड़ी चुनौती था. लिहाजा पहले दिन 7 हजार गड्ढे हुए, जिनकी संख्या बढ़ती जा रही है. शनिवार से 2 लाख गड्ढे हर दिन होंगे. इस अभियान के लिए 40 लाख पेड़ वन विभाग से, 10 लाख पेड़ अलग अलग जगह से लिए जायेंगे.
पूर्वजों के नाम पर बनाए जाएंगे वन