रायपुर :छत्तीसगढ़ सहित देश के कई राज्यों में प्रचुर मात्रा में खनिज भंडार हैं.लेकिन अनुसंधान की कमी के कारण आज भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां खनिजों का पता लगना बाकी है.लेकिन छत्तीसगढ़ के कोरबा में पिछले दिनों लिथियम होने की पुष्टि होने के बाद इसे निकालने की प्रक्रिया शुरु होने को है.इसके लिए जल्द सरकार नीलामी प्रक्रिया से इसकी खुदाई करवाएगी. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल सोमवार को नेशनल मिनरल एक्स्प्लोजर कमेटी की छठवीं बैठक में शामिल हुए.छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर उनके प्रतिनिधि के रूप में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल नई दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित नेशनल मिनिरल एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट की छठवीं गवर्निंग बॉडी मीटिंग में शामिल हुए थे.बैठक में शामिल होने के बाद उन्होंने कोरबा में लिथियम में खुदाई को लेकर जानकारी साझा की.
कोरबा में मिला लिथियम का भंडार : बैठक में केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी की अध्यक्षता में खनिजों का दोहन और उनके उपयोग के साथ प्रकृति एवं पर्यावरण के संरक्षण पर चर्चा हुई. बैठक में छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित कटघोरा क्षेत्र की भी चर्चा हुई. जिओलाजिकल सर्वे आफ इंडिया में कटघोरा के लगभग 250 हेक्टेयर क्षेत्र में लीथियम के बड़ा भंडार होने की पुष्टि की है.
कटघोरा में भारत का पहला लिथियम माइंस, (ETV Bharat Chhattisgarh) लिथियम क्यों है भविष्य के लिए जरुरी :छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि "देश के जम्मू कश्मीर में नीलम का खदान है, लेकिन उसकी खोज ढंग से नहीं होने के कारण उत्खनन नहीं हो पाया. जिसकी वजह से नीलामी भी रुक गई. इस पर भी विस्तार से चर्चा की गई. उन्होंने बताया कि आजादी के 70 साल बाद भी भारत में कई ऐसी चीज हैं जिसके लिए विदेशों पर निर्भर रहना पड़ता है. उसी में से एक तत्व है लिथियम.
'' बैटरी बनने के साथ ही सेटेलाइट में भी लिथियम का इस्तेमाल होता है जो काफी हल्का होता है. परमाणु ऊर्जा में भी लिथियम का इस्तेमाल किया जाता है. छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कटघोरा में लिथियम की एक बड़ी माइंस मिली है. जो देश का पहला लिथियम माइंस होगा. जिसकी नीलामी की प्रक्रिया भी अंतिम चरणों में पहुंच गई है."- श्यामबिहारी जायसवाल, कैबिनेट मंत्री
भारत का पहला लिथियम माइंस :छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आगे बताया कि कटघोरा के लिथियम माइंस की नीलामी तय दर से 76% अधिक में हुई है. आने वाले समय में छत्तीसगढ़ राज्य देश के अग्रणी राज्यों में जाना जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि पूरे विश्व में चार-पांच देश ही ऐसे हैं जहां पर लिथियम पाया जाता है. कटघोरा भारत का पहला लिथियम माइंस होगा. चाइना जैसा देश भी लिथियम के भरोसे आज आगे पहुंचा है. चाइना में इलेक्ट्रॉनिक सामान सस्ते और कम दरों पर इसी वजह से मिलते हैं.
कोरिया में हीरा और प्राकृतिक गैस का भंडार :छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि "बस्तर के क्षेत्र में भी लिथियम खदान होने की जानकारी मिली है. इस एरिया को भी चिन्हित करके लिथियम खदान शुरू करने की बैठक में चर्चा हुई है. इसके साथ ही कोरिया जिले के सोनहत क्षेत्र में हीरा के माइंस के लिए भी बैठक में बातचीत हुई है. वहीं जनकपुर के केलहारी क्षेत्र में प्राकृतिक गैस के अनुसंधान को लेकर बातचीत हुई है.
रेयर अर्थ एलिमेंट है लिथियम :आपको बता दें कि भारत सरकार के खनन मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ सहित बिहार, गुजरात, झारखण्ड, ओडिशा, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर में स्थित 20 क्रिटिकल एंड स्ट्रेटेजिक मिनरल ब्लॉक्स का ई-नीलामी के माध्यम से आबंटन हेतु एमएसटीसी पोर्टल में एनआईटी जारी किया है. इन 20 ब्लॉक्स में से छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित कटघोरा क्षेत्र में लिथियम एंड आरईई ब्लॉक भी शामिल है. लगभग 250 हेक्टेयर क्षेत्र में जीएसआई ने प्रारंभिक सर्वे में लगभग 10 पीपीएम से 2 हजार पीपीएम लिथियम कंटेंट पाया है. ब्लॉक में रेयर अर्थ एलिमेंट की भी उपस्थिति पाई गई है. क्रिटिकल एंड स्ट्रेटेजिक मिनरल्स की आवश्यकता रिन्यूवेबल एनर्जी, रक्षा, कृषि, फार्मास्युटिकल, उच्च-तकनीकी इलेक्ट्रॉनिक्स, दूरसंचार, परिवहन में होती है. इस खनिज के मामलों में वर्तमान में देश आयात पर निर्भर है.
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