नई दिल्ली:नैनो उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (इफको) ने हरियाणा में 200 मॉडल नैनो ग्राम समूहों का चयन करके नैनो उर्वरक उपयोग प्रोत्साहन महाअभियान शुरू किया है. एक अधिकारी ने बताया कि क्लस्टर के माध्यम से हरियाणा के 800 गांवों के किसानों को इफको की तरफ से नैनो यूरिया प्लस, नैनो डीएपी और सागरिका की कीमत (एमआरपी) पर 25 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है ताकि किसान अपने खेतों में नैनो उर्वरकों का अधिक से अधिक उपयोग कर सकें. इसके साथ ही इफको ड्रोन उद्यमी को प्रति एकड़ 100 रुपये का अनुदान देगी ताकि किसानों को कम दरों पर छिड़काव की सुविधा मिल सके. इन मॉडल नैनो गांवों में फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में वृद्धि के बारे में किसानों को जागरूक किया जाएगा.
अधिकारी ने कहा कि, इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि में नैनो उर्वरकों का उपयोग बढ़ाने के लिए 100 दिनों की कार्ययोजना शुरू की है. जिसके तहत 413 जिलों में नैनो डीएपी (तरल) के 1270 प्रदर्शन और 100 जिलों में नैनो यूरिया प्लस (तरल) के 200 परीक्षण किए जाएंगे. इन परीक्षणों में कृषि विज्ञान केंद्र, राज्य कृषि विश्वविद्यालय और अन्य अनुसंधान संस्थानों की मदद ली जाएगी और भारत सरकार द्वारा निगरानी की जाएगी. इफको द्वारा सहकारी समिति एवं अन्य विक्रय केन्द्रों को नैनो उर्वरक उपलब्ध कराया जाएगा. इफको किसानों को नैनो उर्वरकों के छिड़काव के लिए 2500 कृषि ड्रोन उपलब्ध करा रही है, जिसके लिए 300 'नमो ड्रोन दीदी' और ड्रोन उद्यमियों को तैयार किया गया है.
इसके अलावा अन्य प्रकार के स्प्रेयर भी उपलब्ध कराए गए हैं जिनके माध्यम से किसान अपने खेतों में नैनो उर्वरकों का छिड़काव आसानी से कर सकेंगे।.245 लाख एकड़ क्षेत्र में ड्रोन से छिड़काव करने के लिए 15 संस्थाओं से अनुबंध किया गया है, जो किसानों के खेतों में छिड़काव करेंगे। प्रत्येक स्प्रे पर प्रति एकड़ 100 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाएगी.