नई दिल्ली: विधानसभा में चार मार्च को वित्त मंत्री आतिशी द्वारा राम-राज्य थीम पर पेश दिल्ली के बजट पर तीन दिन तक चर्चा चली और शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के संबोधन के बाद ध्वनिमत से पास हो गया. बजट पर चर्चा के अंत में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि देश के सामने एक विकास का मॉडल है और एक विनाश का मॉडल है. दोनों मॉडल चुनाव जीताता है, अब देश की जनता को तय करना है कि देश का विकास चाहिए या विनाश. केजरीवाल बोले कि इस युग में अगर श्रीराम होते तो बीजेपी वाले ईडी और सीबीआई उनके घर भी भेज देते.
बजट पर चर्चा में शामिल होते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया जो विधानसभा में अभी तक बजट पेश करते रहे हैं उन्हें भूल नहीं सकते. उम्मीद करते हैं कि अगले साल दिल्ली का बजट वही पेश करेंगे. उसके बाद केजरीवाल ने विधानसभा में एक बार फिर अपनी सरकार के गठन से लेकर अब तक के घटनाक्रम को विस्तार से बताया. वित्त मंत्री आतिशी द्वारा पेश बजट में जिस तरह सभी सेक्टर का ख्याल रखा गया है उसके लिए उन्होंने बधाई दी. फिर कहा कि वर्ष 2014-15 में इस देश में दो घटनाएं घटी. मई 2014 में केंद्र में बीजेपी को भारी बहुमत देकर बीजेपी की सरकार बनी.
कुछ महीने बाद दिल्ली की जनता ने विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीटें देकर प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने का अवसर दिया. देश के सामने 10 सालों में सरकार के दो मॉडल सामने हैं. एक तरफ विकास का मॉडल है तो दूसरी तरफ विनाश का मॉडल है. आम आदमी पार्टी सरकार बच्चे, बुजुर्ग, महिला, बीमार सबका ख्याल रखते हुए बजट में प्रावधान कर रही है योजनाएं बना रही है. वहीं, दूसरी ओर बीजेपी अपने पूंजीपतियों के हित के लिए काम कर रही है.
सीएम केजरीवाल बोले विनाश के मॉडल में सारी पार्टियों को कुचल दो, खत्म कर दो, खरीद लो, गिरफ्तार कर लो यह चल रहा है. दूसरे मॉडल में जेल भेज दो, ईडी लगा दो, सीबीआई लगा दो, सामने कोई नहीं बचेगा चुनाव किसके बीच में होंगे यह दूसरा मॉडल है. उनके कामों को रोको. खुद अच्छा काम नहीं करो, उनको अच्छा काम करने से रोको. गुजरात में 30 साल से बीजेपी की सरकार एक स्कूल ठीक नहीं किया. अगर यह कुछ काम कर लेते तो आज उनको ईडी की जरूरत नहीं पड़ती, सीबीआई की जरूरत नहीं पड़ती और इनकम टैक्स की जरूरत नहीं पड़ती.