रामनगर:उत्तराखंड में विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से शायद वाइल्ड डॉग (लकड़बग्घा) विलुप्त हो चुका है. ये दावा ऐसे ही नहीं किया जा रहा है, बल्कि इसके पीछे का एक बड़ा कारण ये है कि जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में 2016 के बाद एक भी लकड़बग्घा नहीं दिखाई दिया है. वैसे पहले भी कॉर्बेट नेशनल पार्क में लकड़बग्घे की उपस्थिति नहीं के बारबर ही थी.
लकड़बग्घा को लेकर सीटीआर (कॉर्बेट टाइगर रिजर्व) में शोध चल रहा है और जंगलों में लगे कैमरा ट्रैप खंगाले जा रहे हैं. वहीं, वन्यजीव प्रेमियों का मानना है कि आज से करीब 50 साल पहले वाइल्ड डॉग यानी लकड़बग्घों की कॉर्बेट में बड़ी संख्या में मौजूदगी थी, लेकिन धीरे-धीरे इनकी संख्या कम होती चली गई और आज ये कॉर्बेट में विलुप्त ही हो गए.
वन्यजीव प्रेमी बताते हैं कि लकड़बग्घे मरचूला के जंगल, ढेला, मोरघट्टी और पाखरो आदि क्षेत्रों में 2016 तक दिखाई दिए थे. 2015 में कॉर्बेट लैंडस्केप और रामनगर वन प्रभाग की देचौरी रेंज के पवलगढ़ में पर्यटक को लकड़बग्घा दिखाई दिया था. वहीं इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए कॉर्बेट पार्क के उपनिदेशक दिगंत नायक ने बताया कि लकड़बग्घे की प्रेसेंस तराई क्षेत्रों में पाई जाती है, जिसमें दुधवा टाइगर रिज़र्व और पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में उनकी साइटिंग हुई है. वहीं कुछ समय पहले तराई क्षेत्र में लकड़बग्घों की उपस्थिति दिखाई दी थी. हालांकि कॉर्बेट पार्क में इनकी संख्या न के बराबर है.