मथुरा : राधा रानी की जन्मस्थली बरसाना में शुक्रवार को होली की प्रथम चौपाई हर्षोल्लास के साथ रंगीली गलियों में निकाली गई. रंगीली गलियों में अबीर-गुलाल और रंग उड़ाए गए. ढोल-नगाड़े, बैंड बाजे, झांझ मंजीरा की धुन पर चौपाई समाज के लोगों ने गाई. 'रूप बावरो नंद महर सौ वोहर बनो, होरी को छैल रोकत टोकत घुंघट खोलत भर पिचकारी तकत पुरोजन यही भरे जौवन के फैल बरसाना हमारी राजधानी' इन चौपाई के साथ निकाली गयी.
बरसाना मे होली की मची धूम :बरसाना में श्री लाडली जी महाराज राधा रानी मंदिर परिसर में होली की धूम मची है. शुक्रवार की देर शाम को कस्बे की रंगीली गलियों मे समाज के लोगो ने होली की परंपरागत प्रथम चौपाई ढोल नगाड़े की धुन पर निकाली. मंदिर परिसर से लेकर गलियों मे अबीर गुलाल रंग उड़ाए गए. होली की दूसरी चोपाई 17 मार्च को मंदिर परिसर में गाई जायेगी. नंदगाव के हुरियारे कृष्ण के परिभेष में बरसाना मंदिर में पहुंचेगे. समाज गायन होने के बाद अगले दिन लठ्ठमार होली खेलने के लिए निमंत्रण दिया जाता है.
रंगीली गलियों मे होती है लठ्ठमार होली :18 मार्च को नंदगाव के हुरियारे बरसाना पीली पोखर पर पहुंचते हैं. सभी समाज के लोग वहां पर अनेक प्रकार के व्यंजन का नाश्ता करते हैं. प्राचीन वेशभूषा पहनकर राधा रानी मंदिर पहुंचकर समाज गायन होता है. उसके बाद रंगीली गलियों में सोलह श्रृंगार करके हाथों में लठ्ठ लेकर तैयार रहती हैं. और गलियों से निकलते हुरियारे पर प्रेम के साथ लाठियां बरसाती हैं. हुरियारे भी अपना बचाव ढाल से करते हैं.