इटावा : सर्राफा कारोबारी ने फंदे से गला कसकर पत्नी और 3 बच्चों को मार डाला. घर के अलग-अलग कमरों में सभी की लाशें मिलीं. मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के लालपुरा तिराहे का है. जानकारी मिलने पर एसएसपी, एसपी सिटी, सीओ सिटी, एसडीएम और कोतवाल मौके पर पहुंचे. फोरेंसिक टीम को भी बुला लिया गया. सभी के गले पर निशान मिले हैं. किसी का एक खतरा खून नहीं बहा है. अहम बात यह है कि पुलिस को खुद कारोबारी ने ही सूचना दी. पुलिस के अनुसार वह खुद भी जान देने के लिए निकला था, लेकिन बच गया.
कोतवाली थाना क्षेत्र में लालपुरा तिराहा है. यहीं पर मुकेश वर्मा (50) परिवार समेत रहता है. वह सर्राफा कारोबारी है. पुलिस के अनुसार सोमवार की शाम को कारोबारी ने 112 नंंबर पर सूचना दी. बताया कि उसकी पत्नी रेखा वर्मा (45) और तीन बच्चों भव्या (18), काव्या (16) और अभिष्ट (14) ने सुसाइड कर लिया है. वह खुद भी जान देने के लिए जा रहा है. इसके बाद उसने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिया.
दूसरी ओर रेलवे स्टेशन के पास से कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में उसने पुलिस के सामने चौंकाने वाला खुलासा किया. कहा कि उसने पत्नी और तीनों बच्चों के गले में फंदा कसकर मार डाला. मीडिया के सामने भी उसने अपना जुर्म स्वीकार किया. बताया कि वह पिछले आठ साल से पारिवारिक कलह से परेशान चल रहा था. 2 साल से उसे कुछ ज्यादा ही टेंशन थी. इसी की वजह से उसने वारदात को अंजाम दिया.
नींद की गोली खिलाकर रस्सी से गला घोंटकर की थी हत्या: वहीं पत्नी और तीन बच्चों की हत्या करने वाले आरोपी सर्राफा कारोबारी मुकेश वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि, शहर के लालपुरा निवासी हत्या आरोपी मुकेश वर्मा ने सोमवार सुबह करीब साढ़े चार बजे पत्नी रेखा, बेटी भाव्या, काव्या और बेटा अभीष्ट का रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी. इससे पहले रात में सभी को नींद की गोलियां खिलाई थीं. पुलिस को व्हाट्सएप पर सुसाइड नोट भेज कर मुकेश वर्मा रेलवे स्टेशन पहुंच गया था. वहां ट्रेन के आने पर पटरी पर लेट गया, लेकिन किसी तरह वह बच गया. जहां से पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था.
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया हत्या आरोपी मुकेश वर्मा ने पूछताछ में बताया कि, आर्थिक तंगी और काम में घाटा होने के कारण परिवार के सदस्य उसे ताने मारते थे. जिस वजह से वह काफी परेशान रहता था. इसी वजह से उसने ये कदम उठाया है. एसएसपी ने बताया कि, रेखा के भाई सत्येंद्र सोनी की तहरीर पर मुकेश के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तारी के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया.
सूचना के बाद कारोबारी के घर पहुंचे अधिकारी : इधर सूचना मिलने पर पुलिस अलर्ट हो गई. आनन-फानन में एसएसपी संजय कुमार वर्मा, एसपी सिटी अभयनाथ त्रिपाठी, सीओ सिटी अमित कुमार सिंह, एसडीएम विक्रम राघव, कोतवाल विक्रम सिंह चौहान और फोरेंसिंक टीम मुकेश के घर पहुंच गई. अंदर अलग-अलग कमरों में कारोबारी की पत्नी, दो बेटियां और एक बेटे की लाश पड़ी थी.
मुकेश की हुई थी दो शादी : मुकेश दिल्ली में सोना खरीदने का काम करता है. वह 8 से 10 दिन में ही घर पर आता-जाता था. उसने 2 शादी की थी. पहली पत्नी की शादी के 2 साल बाद साल 2005 में कैंसर से मौत हो गई थी. भव्या पहली पत्नी की बेटी थी. जबकि काव्या और अभिष्ट दूसरी पत्नी के बच्चे थे. भव्या दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर रही थी. वह दिवाली पर घर आई थी. छोटी बेटी काव्या 12वीं क्लास में पढ़ती थी.
सोशल मीडिया पर लगाया स्टेटस, सब खत्म : रेखा के भाई के अनुसार उसकी भांजी काव्या ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर स्टेटस लगाया था. लिखा था सब खत्म. स्टेटस में रेखा और बच्चों की तस्वीरें लगी थीं. यह देखकर परिवार के लोग परेशान हो गए. सभी को फोन करने की कोशिश की गई, लेकिन किसी का नंबर नहीं लग रहा था. परिवार में कोई विवाद नहीं था. ये हत्या भी हो सकती है. इसकी सही तरीके से जांच होनी चाहिए.
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