मुंबई : घाटकोपर इलाके में 13 मई को होर्डिंग गिरने से 16 लोगों की मौत मामले से सबक लेकर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने रेलवे प्रशासन को नोटिस जारी किया है. दरअसल दादर पूर्व में रेलवे सीमा के भीतर आठ होर्डिंग्स लगे हैं. नगर पालिका का कहना है कि यह होर्डिंग नगर पालिका द्वारा निर्धारित नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं.
नगर पालिका ने नोटिस में कहा है कि रेलवे प्रशासन संबंधित आठ होर्डिंग्स को अगले तीन दिन में हटा दे. इस संबंध में मनपा आयुक्त एवं प्रशासक भूषण गगरानी ने रेलवे प्रशासन को तीन दिन के भीतर संबंधित होर्डिंग्स हटाने को कहा है. गगरानी ने चेतावनी दी है कि अन्यथा इस होर्डिंग को नगर निगम द्वारा हटा दिया जाएगा और इस होर्डिंग पर कार्रवाई में जो भी खर्च आएगा वह रेलवे से वसूला जाएगा.
इमारतों पर लगे होर्डिंग्स पर ध्यान कब जाएगा? : मुंबई में ज्यादातर होर्डिंग्स सड़कों के किनारे या रेलवे स्टेशनों के आसपास लगे हैं. हालांकि, मुंबई में कई होर्डिंग्स ऐसे भी हैं जो आवासीय इमारतों की छतों पर लगे हैं. मुंबई में लगभग 400 इमारतें हैं जिनकी छतों पर बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगे हैं. घाटकोपर में हुए हादसे के बाद मनपा प्रशासन सतर्क हो गया है और मनपा आयुक्त एवं प्रशासक भूषण गगरानी ने संबंधित अधिकारियों को आदेश दिया है कि 'किसी भी नए विज्ञापन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.'
तो, भले ही आने वाले कुछ समय तक मुंबई में कोई नया होर्डिंग्स नहीं लगेगा, लेकिन पुराने होर्डिंग्स का क्या होगा? यह प्रश्न अनुत्तरित है. साथ ही क्या नगर पालिका इमारतों पर लगे होर्डिंग्स पर भी ध्यान देगी? ये सवाल उठता है.
सोसायटी के सदस्यों की ली जाती है अनुमति:इस संबंध में मुंबई की आवासीय इमारत ओम शांति अपार्टमेंट के सचिव विशाल कनौजिया ने कहा कि अगर इमारत पर होर्डिंग लगाना है तो हम सोसायटी की बैठक करते हैं. समाज के सभी सदस्यों की सहमति के बाद ही हम अनुमति देते हैं. यह समाज के सदस्यों के सुझावों पर भी विचार करता है. इसके लिए प्रशासनिक अनुमति भी ली गई है. बदले में संबंधित विज्ञापनदाता हम सोसायटी धारकों को भुगतान करते हैं.