रांचीः मुख्यमंत्री आवास में इंडिया ब्लॉक के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक हुई. विधायकों ने सर्वसम्मति से हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुना. जिसके बाद सहयोगी दल के नेताओं के साथ हेमंत सोरेन राजभवन पहुंचे और सरकार बनाने दावा पेश किया.
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजभवन में भेंट कर अपने पद से त्यागपत्र समर्पित किया. राज्यपाल ने उनका त्यागपत्र स्वीकार कर वैकल्पिक व्यवस्था के गठन तक अपने दायित्वों का निर्वहन करते रहने के लिए कहा. इसके बाद इंडिया गठबंधन के शिष्टमंडल ने राज्यपाल को हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड राज्य में सरकार गठन हेतु निर्वाचित विधायकों का समर्थन पत्र समर्पित किया. राज्यपाल ने हेमंत सोरेन को झारखंड राज्य का मनोनीत मुख्यमंत्री नियुक्त करते हुए उन्हें सरकार गठन हेतु आमंत्रित किया.
राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया है. राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है. वो 28 नवंबर को शपथ लेंगे. उन्होंने कहा कि राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंपते समय सभी सहयोगी दल के प्रतिनिधि उनके साथ मौजूद थे. हालांकि हेमंत सोरेन ने मंत्रिमंडल में कौन कौन होगा, इसे लेकर कुछ नहीं कहा. पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके बारे में जल्द ही बता दिया जाएगा. राजभवन जाने वाले नेताओं के शिष्टमंडल में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर, राजद के प्रदेश प्रभारी जयप्रकाश यादव एवं सीपीआई माले के प्रतिनिधि शामिल थे.
बता दें कि मुख्यमंत्री आवास में इंडिया ब्लॉक के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में सर्वसम्मति से हेमंत सोरेन को नेता चुना गया. मुख्यमंत्री आवास के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नए विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की जनता ने जिस तरह से हम पर भरोसा दिखाया है. उसके बाद हम सबकी जवाबदेही और बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि अब हमें हर क्षण को राज्य के विकास में लगाना है. उन्होंने कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 कोई सामान्य चुनाव नहीं था, बल्कि यह एक बड़ी लड़ाई थी. जिसे हम सबने मिलकर जीता है.