अहमदाबाद: गुजरात में सोमवार से भारी बारिश का कहर जारी है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश से संबंधित घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई. वहीं, सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार सुबह तक राज्य के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है.
वहीं, भारी बारिश को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मौजूदा स्थिति का आकलन करने के लिए प्रमुख शहरों के जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों और वरिष्ठ नागरिक अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की.
राज्य के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीमों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है. सेना की टीमों को भी पांच जिलों में तैनात किया गया है. तटरक्षक बल और वायुसेना की सहायता से 300 से अधिक बचाव अभियान चलाए गए हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे जिला प्रशासन द्वारा बताए गए निर्देशों का पालन करें.
राज्य के वडोदरा, सूरत, भरूच, नवसारी, वलसाड, अमरेली और भावनगर सहित कई जिलों में मंगलवार सुबह तक भारी बारिश हुई. नर्मदा, सिरेंद्रनगर, राजकोट, तापी, महिसागर और मोरबी, दाहोद और वडोदरा के कुछ हिस्सों में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई. अहमदाबाद और राजधानी गांधीनगर के कुछ हिस्सों में भी पानी भर गया है, जिससे सड़कें बंद हो गई हैं.
वडोदरा में विश्वामित्री नदी खतरे के निशान से ऊपर
भारी बारिश और बांध से पानी छोड़े जाने के बाद वडोदरा शहर से होकर बहने वाली विश्वामित्री नदी खतरे के निशान 25 फीट को पार कर गई, जिसके बाद वडोदरा और उसके आसपास के निचले इलाकों में रहने वाले 3,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. अधिकारियों ने बताया कि वडोदरा शहर में सोमवार सुबह 6 बजे से 12 बजे के बीच 307 मिमी बारिश हुई, जिसके बाद कई इलाकों में जलभराव हो गया. शहर के कई हिस्सों के साथ-साथ मुख्य सड़कों पर घुटने तक पानी भरा हुआ है, जिससे लोगों को घरों के अंदर रहने के लिए मजबूर होना पड़ा.
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