नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में मौसम ने करवट ली. तपती और लू के थपेड़ों के बीच कई राज्यों में तेज आंधी के साथ बारिश की बौछारें भी हुईं. हालांकि, दुख की बात यह रही कि, बेरहम आंधी और बरसात की वजह से कई लोगों की जान चली गई. बारिश और आंधी की वजह से कई उड़ानें प्रभावित भी हुईं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 16 मई से उत्तर पश्चिम भारत में फिर से भीषण गर्मी की भविष्यवाणी कर दी है. आईएमडी के अनुसार, 15 से 18 मई के दौरान पश्चिमी राजस्थान में, 16 से 18 मई के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, पूर्वी राजस्थान और दक्षिण हरियाणा में, 16 और 17 मई को पूर्वी उत्तर प्रदेश में जबकि उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश में 17 और 18 मई में लू चलने की संभावना है. वहीं, बिहार में 17 मई को भीषण गर्मी होने की आशंका जताई गई है. वहीं, अगले पांच दिनों के दौरान सौराष्ट्र और कच्छ में गर्म और आर्द्र मौसम रहने की संभावना है.
इसी तरह, दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में 17 मई तक तूफान, बिजली और तेज हवाओं के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. मौसम कार्यालय के अनुसार, पूर्वी और मध्य भारत में 14 मई तक बारिश, आंधी, बिजली और तेज हवाएं चलने का अनुमान है, जिससे बढ़ते तापमान में कमी आने की संभावना है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी. इस बीच, दक्षिण-पश्चिम मानसून के 19 मई के आसपास दक्षिण अंडमान सागर, दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और निकोबार द्वीप समूह में आगे बढ़ने का अनुमान है.
इन राज्यों में लू का प्रकोप
स्काईमेट मौसम के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, इस सप्ताह के दौरान पंजाब, हरियाणा और दिल्ली/एनसीआर सहित उत्तरी मैदानी इलाकों में लू चलने की संभावना है. एक अनुमान के मुताबिक, जैसे-जैसे सप्ताह आगे बढ़ेगा गर्मी की तीव्रता बढ़ेगी और 17 और 19 मई 2024 के बीच सप्ताहांत के आसपास चरम पर होगी. उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में रहने वाले लोग प्री-मानसून गर्मी को अनुभव करेंगे. इसी तरह, सप्ताह के मध्य से पारा तेजी से बढ़ेगा और सप्ताहांत के आसपास चरम पर पहुंचने का अनुमान है. बढ़ता तापमान अगले सप्ताह तक भी जारी रह सकता है. वहीं, सतही हवाएं भी कुछ हिस्सों में 'लू' की स्थिति पैदा कर सकती हैं. इन राज्यों के कई हिस्सों में सीजन में पहली बार पारा 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है.