गुवाहाटी :खुफिया सूचनाओं के 15 दिनों के सावधानीपूर्वक विश्लेषण, स्थानीय संपर्कों की तलाश, पुख्ता योजना, एक ठोस टीम का गठन और सटीक कार्रवाई के कारण असम से ‘आईएसआईएस इंडिया’ प्रमुख की गिरफ्तारी हुई. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. आईएसआईएस इंडिया के प्रमुख हारिस फारूकी उर्फ हरीश अजमल फारुखी और उसके सहयोगी अनुराग सिंह उर्फ रेहान को बांग्लादेश से सीमा पार करने के बाद बुधवार को असम के धुबरी जिले में गिरफ्तार कर लिया गया.
पूरे अभियान का नेतृत्व करने वाले असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के महानिरीक्षक पार्थसारथी महंत ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों खूंखार आईएसआईएस आतंकियों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए पहले ही राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंप दिया गया है. उन्होंने कहा कि हमें लगभग 15 दिन पहले एक केंद्रीय एजेंसी से जानकारी मिली थी कि धुबरी के कुछ हिस्सों में आईएसआईएस के शीर्ष नेताओं की संभावित आवाजाही हो सकती है. जानकारी विश्वसनीय थी और इसलिए एसटीएफ शामिल थी.
महंत ने कहा, इसके बाद एसटीएफ ने आवाजाही के संभावित क्षेत्रों पर काम करना शुरू कर दिया, यदि कोई स्थानीय संपर्क हो तो उसे ढूंढने की कोशिश की और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए उसी के अनुसार एक योजना तैयार की. उन्होंने कहा कि हमने 18 मार्च तक अपना ध्यान (लक्ष्य पर) केंद्रित कर लिया और हमें 19 मार्च को उनकी संभावित गतिविधि के बारे में बहुत विशिष्ट जानकारी मिली. हम तुरंत धुबरी के धर्मशाला क्षेत्र पहुंचे। हमने 20 मार्च को सुबह लगभग चार बजे दो लोगों को अपने गंतव्य तक जाने के लिए साधन की तलाश में सड़क पर जाते देखा.
पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि पुलिस के पास पहले से ही आईएसआईएस सदस्यों की तस्वीरें थीं और उनमें से दो सड़क पर जा रहे लोगों से मेल खाती थीं. उन्होंने कहा, 'हमने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और तुरंत गुवाहाटी ले आए. हमने उन्हें बीती रात ही एनआईए को सौंप दिया. एनआईए उन्हें दिल्ली और अन्य स्थानों पर ले जाएगी, जहां दोनों के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं.' असम के पुलिस महानिदेशक जी.पी. सिंह ने गिरफ्तारी को देश में हिंसक आतंकवाद का मुकाबला करने के राष्ट्रीय प्रयास में अंतर-एजेंसी तालमेल का परिणाम बताया. उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, 'अभियान में शामिल अधिकारियों के दल को बधाई.'
विवरण साझा किए बिना महंत ने कहा कि दोनों चरमपंथियों से उनके तंत्र, स्थानीय संपर्क, वित्तपोषण के स्रोत और विस्फोटकों की जानकारी लेने के लिए पूछताछ जारी है. महंत ने कहा कि जांच के दो हिस्से हैं अगर असम से संबंधित कुछ भी पाया जाता है, तो हम उस पर ध्यान देंगे. शेष भारत के घटनाक्रम पर एनआईए नजर रखेगी. उन्होंने कहा, 'असम हमेशा से संवेदनशील रहा है और हम लगातार सतर्क रहते हैं। यही कारण है कि जब वे पड़ोसी देश से भारत में घुसे तो हम उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर सके.'