ब्लू सफायर मॉल की छत से टूटकर नीचे गिरी ग्रिल नई दिल्ली/नोएडा:ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एक मॉल की छत से लोहे का स्ट्रक्चर गिरने से दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. इस घटना के बाद मॉल में अफरा तफरी मच गई. मॉल से लोग चीज पुकार मचाते हुए बाहर की तरफ भागने लगे. आनन-फानन में पुलिस को घटना की सूचना दी गई. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों का पंचायत नामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
एडिशनल डीसीपी सेंट्रल नोएडा हृदेश कठेरिया ने बताया कि बिसरख थाना क्षेत्र के अंतर्गत अस्पताल से सूचना प्राप्त हुई. जिसमें बताया गया कि ब्लू सफायर मॉल की छत से लोहे का स्ट्रक्चर गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है. मृतक की पहचान गाजियाबाद के थाना विजयनगर निवासी हरेंद्र भाटी (35) और शकील (35) के रूप में हुई है. पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं, परिजनों को भी घटना की सूचना दे दी गई है.
हादसे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं:एडिशनल डीसीपी सेंट्रल जोन ने आगे बताया कि गाजियाबाद के विजयनगर के 35 वर्षीय हरेंद्र भाटी की मॉल में ही एक शॉप है. वह प्रापर्टी डीलर के साथ ही इंटीरियर डिजाइनिंग का भी काम करता है. वहीं, गाजियाबाद का 35 वर्षीय शकील उसके यहां पेंटर था. रविवार दोपहर साढ़े 12 बजे के करीब हरेंद्र और शकील स्वचालित सीढ़ी से मॉल में ऊपर जाने के लिए आगे की तरफ बढ़े, इसी दौरान पांचवीं मंजिल की लिफ्ट के बैक साइड में लगा लोहे का स्ट्रक्चर दोनों के ऊपर गिर गया. लोहे का भारी भरकम हिस्सा गिरने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. बचने की उम्मीद में घटनास्थल के आसपास मौजूद लोगों ने दोनों लोगों को नजदीक के अस्पताल पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
ब्लू सफायर मॉल में हुए हादसे के संबंध में मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी मोहन लाल, अंकित और संकेत का कहना है कि जिस समय हादसा हुआ, उसे समय दोनों ही व्यक्ति माल के अंदर जा रहे थे. और अचानक ही उनके ऊपर लोहे का स्ट्रक्चर आकर गिरा है. उन्होंने बताया कि माल के अंदर सुरक्षा की दृष्टि से किसी प्रकार का कोई जाल कहीं पर नहीं लगाया गया है. उन्होंने बताया कि मॉल में अगर जाल लगा होता तो शायद यह बड़ा हादसा नहीं होता.
वहीं प्रत्यक्षदर्शियों ने यह भी बताया कि करीब 1 वर्ष मॉल की 5वी मंजिल से एक बच्चा अचानक रेलिंग से नीचे आकर गिरा और उसकी मौत हो गई, उस घटना के दौरान जहां से बच्चा गिरा वह शीशा आज भी टूटा हुआ है, और माल प्रशासन द्वारा उसे ठीक नहीं कराया गया है. जो दुर्घटना को दावत दे रहा हैं. उन्होंने बताया कि माल प्रशासन अगर पूर्व की घटना से सबक लिया होता तो शायद आज यह हादसा नहीं होता. फिलहाल, पहुंची पुलिस हादसे के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है. क्या माल के स्ट्रक्चर में पहले से ही कोई दिक्कत थी या अचानक से यह हादसा हुआ है? पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.