रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में जदयू का चुनाव चिन्ह बदल गया है. यहां पार्टी का गैस सिलेंडर छाप पर चुनाव मैदान में उतरेगी. भारत निर्वाचन आयोग ने झारखंड जदयू को यह चुनाव चिन्ह आवंटित किया है. भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा लिए गए फैसले के बाद इस संबंध में आयोग ने पत्र जारी कर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव को सूचित कर दिया है.
यह चुनाव चिन्ह झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए आवंटित किया गया है. इससे पहले झारखंड में जेडीयू का चुनाव चिन्ह ट्रैक्टर चलाता किसान था. आयोग के द्वारा लिए गए फैसले की जानकारी देते हुए प्रदेश जदयू महासचिव संतोष सोनी ने कहा कि गैस सिलेंडर चुनाव चिन्ह के आधार पर ही हम चुनाव मैदान में उतरेंगे. इसके लिए पार्टी द्वारा तैयारियां पूरी की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि इस निर्णय से पार्टी को परेशानी जरूर हुई है, लेकिन इसे दूर करने में हमलोग जरूर सफल होंगे और मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतरेंगे.
निर्वाचन आयोग का पत्र (ETV BHARAT) झारखंड जदयू का बदलता रहा है चुनाव चिन्ह
झारखंड में जदयू का चुनाव चिन्ह बदलता रहा है. यही वह पार्टी है जिसका बिहार और झारखंड में चुनाव चिन्ह अलग-अलग है या यूं कहें कि बिहार में नीतीश का तीर झारखंड में आते ही कमजोर पड़ता रहा है. यह पहला मौका नहीं है जब चुनाव के ऐन वक्त पर पार्टी ने अपने पहले का चुनाव चिन्ह खोया है.
इससे पहले 2019 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 16 अगस्त को चुनाव आयोग के निर्णय से पार्टी को बड़ा झटका लगा था. दरअसल, बिहार में जदयू की शिकायत पर झामुमो को पारंपरिक चुनाव चिन्ह से उस समय हाथ धोना पड़ा था. इसी तरह झारखंड में जेएमएम की शिकायत पर जदयू को तीर से हाथ धोना पड़ा था. चुनाव आयोग के फैसले पर ट्रैक्टर चलाता किसान उस समय से झारखंड जदयू का चुनाव चिन्ह रहा, लेकिन इस बार के चुनाव की घोषणा होने के बाद एक बार फिर आवंटित नए चुनाव ने पार्टी को जरूर मुश्किल में डाल दिया है.
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