रामगढ़ः जिला में रामगढ़ और कुज्जू थाना क्षेत्र में चोरी की घटना हुई. ये वारदात किसी के घर में नहीं बल्कि बैंक के एटीएम को काटकर पैसे निकाले गये. इस वारदात को पुलिस प्रशासन ने गंभीरता से लिया और जांच के लिए एसआईटी बनाई. एसआईटी के 20 दिन के अथक परिश्रम के बाद नतीजे सामने आए और इस गिरोह का पर्दाफाश किया गया.
एटीएम काटकर रुपए चोरी की घटना की जांच के लिए बनी एसआईटी ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर हरियाणा, राजस्थान, बिहार, झारखंड, ओडिशा में कई स्थानों पर पिछले 20 दिनों से कार्रवाई की. लगातार छापेमारी और कई लोगों से पूछताछ की गई जब टीम हरियाणा के नूंह जिला पहुंची और पूरे कांड के मुख्य अभियुक्त आशिफ उर्फ गंजा को गिरफ्तार किया. फिर अलग-अलग जिला में रामगढ़ से पहुंची एसआईटी ने बिहार के सारण जिला से 3 और सबको पनाह देने वाला असलम मियां को गिरफ्तार किया.
एसआईटी द्वारा गिरफ्तार पांचों अभियुक्तों ने हाल में बिहार, ओडिशा और झारखंड के कई कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. इनके पास से 3 चार पहिया वाहन, 6 मोबाइल, एक लाख सत्तर हजार रुपए बरामद किये गये हैं. गिरफ्तार पांचों शातिर अपराधी हैं. जिनमें से सभी का काम डिसाइड रहता है कि किसी से एटीएम काटना है, किसे गाड़ी का इंतजाम करना है, किसके यहां ठहरना है, किसको रेकी करनी है और किसको सीसीटीवी में ब्लैक स्प्रे मारना है.
इस गिरोह के रामगढ़ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि ये काफी शातिर गिरोह के सदस्य हैं. हरियाणा से चलकर यह लोग झारखंड और बिहार के बॉर्डर शेरघाटी में रुक जाते थे. फिर बिहार से गाड़ी आती थी और उसी पर बैठकर वे लोग तकनीक का इस्तेमाल कर शहर से किनारे और शांत वाले इलाके में लगे एटीएम को निशाना बनाते थे. ये पांचों अपने-अपने तय काम को करते हुए महज 5 मिनट में एटीएम को गैस कटर से काटकर मशीन में रखे सारे पैसे चुरा लेते थे.
ये गिरोह पिछले महीने की 23 तारीख को पहले रामगढ़ और फिर 2 घंटे के बाद चतरा में एटीएम काटकर रुपए की चोरी कर ली थी. इस वारदात के अगले दिन 24 तारीख को नवादा में एटीएम काटा था. जिसमें रामगढ़ के एटीएम से एक लाख सत्तर हजार रुपए, चतरा के एटीएम से 17 लाख 95 हजार रुपये और नवादा के एटीएम से 29 लाख पचास हजार रुपये की चोरी कर फरार हो गए थे.
रामगढ़ एसआईटी ने हरियाणा के नूंह जिले से मास्टरमाइंड को पकड़ा है. साथ ही साथ शेरघाटी से एक हिस्ट्रीसीटर जो इन अपराधियों को संरक्षण और शेल्टर देता था उसकी भी गिरफ्तारी की गई है. यहां से गाड़ी बरामद की गयी है जो घटना के समय इन अपराधियों ने उपयोग में लाया था. साथ ही साथ एक स्कॉर्पियो जो एटीएम से चोरी हुई रकम से खरीदी गई थी उसे भी जब्त किया गया है. इस गिरोह ने झारखंड में 6 वारदातों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. रामगढ़ पुलिस अधीक्षक ने एसआईटी में शामिल सभी लोगों को प्रशस्ति पत्र दिया. साथ ही साथ टीम में शामिल सभी लोगों को कैश रिवार्ड भी दिया जाएगा.