नई दिल्ली:भारत मंगलवार 6 अगस्त से तमिलनाडु के सुलार में पहला बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास 'तरंग शक्ति 2024' आयोजित करने जा रहा है. इस अभ्यास में करीब 30 देश शामिल होंगे. जानकारी के मुताबिक इन 30 देशों में से 10 देश अपने लड़ाकू विमान लेकर आएंगे. बता दें, इस अभ्यास का उद्देश्य भारत की रक्षा क्षमताओं और भाग लेने वाले देशों की सेनाओं के बीच संबंधों को मजबूत और बढ़ाना है.
ताजा जानकारी के मुताबिक 'तरंग शक्ति 2024' में फ्रांस की वायु और अंतरिक्ष सेना का एक दल भी भाग लेगा. इस बात की जानकारी फ्रांसीसी दूतावास ने सोमवार को दी.
अभी तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक इस फ्रांसीसी दल में तीन राफेल लड़ाकू विमान, एक मल्टीरोल टैंकर ट्रांसपोर्ट (MRTT) विमान और एक ए400एम शामिल होंगे, जिसमें कुल 160 वायुसेना सैनिक होंगे. इस अभ्यास के पहले चरण में तीन अन्य देश भी भाग ले रहे हैं, जिनमें यूरोपीय संघ के सदस्य देश जर्मनी और स्पेन शामिल हैं, जो अलास्का से भारत तक प्रशांत आकाश तैनाती के भागीदार रहे हैं.
दूतावास ने जानकारी दी कि फ्रांसीसी दल की भागीदारी हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उसके 2 महीने लंबे मिशन का हिस्सा है, जिसे 'पेगास 24' नाम दिया गया है, जो जून के अंत में फ्रांस से शुरू हुआ था और 15 अगस्त को समाप्त होगा. दूतावास ने आगे कहा कि मिशन का लक्ष्य इंडो-पैसिफिक के राष्ट्र के रूप में अपनी संप्रभुता की रक्षा करने की फ्रांस की क्षमता को प्रदर्शित करना, कानून के शासन और बहुपक्षवाद को बढ़ावा देना और भारत जैसे प्रमुख भागीदारों के साथ अंतर-संचालन को बढ़ाना है. अपने मिशन के अंत तक, पेगास-24 13 भागीदार देशों में जाएगा और इस दौरान तरंग शक्ति सहित तीन प्रमुख अभ्यासों में भाग लेगा.