हैदराबाद: देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे. उन्होंने एम्स में गुरुवार रात 92 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. केंद्र सरकार ने 7 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. इसी के चलते सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं. पूरा देश गमगीन है. ऐसे में उत्तर प्रदेश के एक मंत्री असीम अरुण ने भी भावुक होते हुए एक बात का जिक्र किया है.
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री असीम अरुण ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि
मैं 2004 से लगभग तीन साल उनका बॉडी गार्ड रहा. एसपीजी में पीएम की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा होता है - क्लोज प्रोटेक्शन टीम जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला था. एआईजी सीपीटी वो व्यक्ति है जो पीएम से कभी भी दूर नहीं रह सकता. यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा होगा. ऐसे में उनके साथ उनकी परछाई की तरह साथ रहने की जिम्मेदारी थी मेरी. डॉ साहब की अपनी एक ही कार थी - मारुति 800, जो पीएम हाउस में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी. मनमोहन सिंह जी बार-बार मुझे कहते- असीम, मुझे इस कार में चलना पसंद नहीं, मेरी गड्डी तो यह है (मारुति).मैं समझाता कि सर यह गाड़ी आपके ऐश्वर्य के लिए नहीं है, इसके सिक्योरिटी फीचर्स ऐसे हैं जिसके लिए एसपीजी ने इसे लिया है. लेकिन जब कारकेड मारुति के सामने से निकलता तो वे हमेशा मन भर उसे देखते. जैसे संकल्प दोहरा रहे हो कि मैं मिडिल क्लास व्यक्ति हूं और आम आदमी की चिंता करना मेरा काम है. करोड़ों की गाड़ी पीएम की है, मेरी तो यह मारुति है.
जानकारी के मुताबिक असीम अरुण एनएसजी से ब्लैक कैट कमांडो प्रशिक्षित है. वे ऐसा करने वाले पहले आईपीएस अधिकारी हैं. उन्होंने यूपी सरकार में तमाम महत्वपूर्ण पद संभाले हैं. उनकी आखिरी तैनाती कानपुर पुलिस कमिश्नर के पद पर रही. फिर उन्होंने नौकरी छोड़कर राजनीति ज्वाइन कर ली.
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