रांची:कांग्रेस के बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद, पूर्व मंत्री और अम्बा के पिता योगेंद्र साव के साथ उनके सहयोगियों के 17 ठिकानों पर ईडी ने मंगलवार को एक साथ रेड किया. छापेमारी में ईडी ने कई डिजिटल एविडेंस सहित कई महत्वपूर्ण कागजात जब्त किए हैं.
छापेमारी जारी
ईडी ने मंगलवार की सुबह 7 बजे से एक साथ रांची, हजारीबाग और मुंबई में अम्बा प्रसाद, उनके पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र प्रसाद और उनके करीबियों के यहां दबिश दी. ईडी की टीम ने गोविंदपुर के सीओ और हजारीबाग के पूर्व सीओ शशिभूषण सिंह के रांची हवाई नगर स्थित आवास पर भी छापेमारी की, पूरा मामला हजारीबाग में सरकारी जमीन की लूट, रंगदारी और अवैध बालू कारोबार से जुड़ा हुआ है. खबर लिखे जाने तक ईडी की छापेमारी रांची और हजारीबाग में जारी थी.
कहां-कहां हुई रेड
अंबा प्रसाद के धुर्वा स्थित विधायक आवास रांची, एफ- 44, योगेंद्र साव के कलावती हॉस्पिटल के समीप, हुरहुरी रोड, हजारीबाग के अलावा, हैविकॉन्स प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स अष्ठभुज माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स मां अष्ठभुज सिरेमिक, वी कनेक्ट इंडिया, मां कामाख्या कांक्रिट्स, लक्ष्मण सिरेमिक एंड मिनरल्स इसके अलावा इन जगहों पर की गई छापेमारी
- मुकेश साव- 349, मुद्रिका भवन, हजारीबाग
- राजेश साव की कंपनी जय मां अष्ठभुज कंस्ट्रक्शन जो राजेश के पते पर निबंधित
- पंकज नाथ, फ्लैट नंबर 9, साईं रेजीडेंसी, बड़गाईं, रांची
- संजय कुमार, गोसाई बलिया, बड़कागांव
- अजीत कुमार गुप्ता उर्फ इंदर, केबी रोड, सदर, हजारीबाग
- कुशाग्र रूद्रा, दिनकर नगर, फॉरेस्ट कॉलोनी, हजारीबाग,
- विंदेश्वर कुमार दांगी, जीडीएम चौक, बड़कागांव
- मनोज कुमार अग्रवाल, मुनका बगीचा, हजारीबाग
- उदय साव, मेयातू गेट, सुल्ताना, हजारीबाग
- सीओ शशि भूषण सिंह, हवाई नगर रांची
- रोड नंबर 5, योगेंद्र साव का मुंबई बांद्रा आवास
- राजू साव, केरेडारी, हजारीबाग
- योगेंद्र साव के परवता आवास पर
- पंकज साव, ओनकी बाडा, हजारीबाग
- धीरेंद्र साव, हुरहुरी रोड, हजारीबाग
एफआईआर के आधार पर कार्रवाई
मिली जानकारी के अनुसार सरकारी जमीन में लूट, रंगदारी और अवैध बालू को लेकर यह कार्रवाई एजेंसी के द्वारा की गई है. इन मामले में दर्ज एक दर्जन से अधिक कांडों के आधार पर ईडी ने ईसीआईआर दर्ज कर छापेमारी की है. ईडी ने उग्रवादी संगठन झारखंड टाइगर ग्रुप के सरगना राजू साव के यहां भी छापेमारी की है. राजू उग्रवादी कांड में लंबे समय तक जेल में रहा था, उसे योगेंद्र साव का करीबी माना जाता है.
क्या क्या हुआ बरामद