इंटरनेशनल ड्रग्स माफिया के कनेक्शन को लेकर ईडी ने हल्द्वानी में मारा छापा. हल्द्वानी: नैनीताल जिला मुख्यालय हल्द्वानी में शुक्रवार 26 अप्रैल को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) यानी ईडी की टीम पहुंची. ईडी की टीम ने यहां तिकोनिया इलाके में गुरु तेग बहादुर गली में स्थिति एक घर पर छापा मारा. ईडी ने घर के अंदर मौजूद लोगों से पूछताछ की. प्राथमिक तौर पर सिर्फ ये ही जानकारी सामने आई है कि जिस घर में ईडी ने छापा मारा है, उनका बेटा साल 2019 में लंदन में ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार हुआ था. फिर उसे 2023 में अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया और वो अभी तक जेल में था. कोर्ट ने मामले में आरोपी को पांच साल की सजा सुनाई है.
मौके पर मौजूद ईडी की टीम ने कुछ भी कहने से इंकार किया, लेकिन जो जानकारी निकलकर सामने आई है, उससे आधार पर यही कहा जा सकता है कि ईडी की इस छापेमारी के तार विदेश से जुड़े बताए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि हल्द्वानी के एक व्यक्ति ने बीते कुछ सालों में अथाह पैसा कमाया है. ऐसी चर्चा है कि उसके पास कई मिलियन डालर की संपत्ति हैं. उसके संबंध इंटरनेशनल ड्रग्स माफिया से जुड़े बताए जा रहे हैं. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
बताया जा रहा है कि हल्द्वानी के इस व्यक्ति को लंदन की पुलिस ने साल 2019 में गिरफ्तार किया था, जिसे साल 2023 में अमेरिकी जांच एजेंसी ने भी रिमांड पर लिया था. उस व्यक्ति पर आरोप है कि वो अमेरिका में प्रतिबंधित ड्रग्स फेंटेनाइल, एलएसडी, एक्सटेसी, जेनेक्स, केटामाइन और ट्रामाडोल जैसी अनेकों दवाओं की सप्लाई करता है, जिस कारण उसे पांच साल की सजा हुई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस शख्स ने कई वर्षों में इस आपराधिक कार्य से लाखों डॉलर का मुनाफा कमाया. जिसकी कुल कीमत लगभग 150 मिलियन अमेरिकी डॉलर आंकी गई है. रिपोर्ट्स में बताया गया है कि ये शख्स क्रिप्टोकरेंसी की मदद से ड्रग्स से मिलने वाले पैसों को वैध बनाता था.
समाचार एजेंसी के मुताबिक आरोपी ने शिपिंग मेल के जरिये यूरोप से संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देशों में भी शिपमेंट की व्यवस्था की थी. आरोपी ने 2012 से 2017 तक अमेरिका में आठ डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर का संचालन किया. इसमें ओहियो, फ्लोरिडा, उत्तरी कैरोलिना, मैरीलैंड, न्यूयॉर्क, उत्तरी डकोटा और वाशिंगटन सहित अन्य जगहों से सेंटर शामिल थे. इन सेंटर्स में ही आरोपी को दवा की शिपमेंट प्राप्त होती थी. जिसके बाद प्राप्त दवाओं को पैक कर 50 राज्यों में भेजा जाता था. इनमें कनाडा, इंग्लैंड, आयरलैंड, जमैका, स्कॉटलैंड और यूएस वर्जिन द्वीप समूह शामिल हैं.बताया जा रहा है कि आरोपी ने सैकड़ों किलोग्राम मादक पदार्थों को एक जगह से दूसरी जगह स्थानांतरित किया. जिससे उसने करोड़ों का कारोबार खड़ा किया.
पढ़ें--