देहरादून (रोहित सोनी): भारत के हिमालय क्षेत्रों के साथ ही विश्व भर में आए दिन भूकंप के झटके महसूस हो रहे हैं. हाल ही में सात जनवरी को तिब्बत में आए बड़े भूकंप में इन चिंताओं को और अधिक बढ़ा दिया है, क्योंकि उत्तराखंड भी भूकंप के लिहाज से अति संवेदनशील जोन में आता है. वैसे देखा जाए तो साल 2024 भूकंप के लिहाज से काफी राहत भरा रहा. क्योंकि साल 2024 में भारत समेत पूरी दुनिया में भूकंप की घटनाएं अन्य सालों के मुकाबले न सिर्फ कम रहीं, बल्कि भूकंप की तीव्रता भी काफी कम मापी गई.
साल 2024 में उत्तराखंड की धरती कितनी बार डोली और प्रदेश के कौन-कौन से क्षेत्र भूकंप के लिहाज से अति संवेदनशील जोन में हैं, और भूकंप से हिमलाय बेल्ट को कितना खतरा है, इन तमाम विषयों पर ईटीवी भारत ने वैज्ञानिकों से विस्तार में जाना.
तिब्बत में आए भूकंप से उत्तराखंड में डर बढ़ा: हाल ही में 7 जनवरी 2025 को तिब्बत में आए 7.1 मैग्नीट्यूड के भूकंप के बाद उत्तराखंड में बड़े भूकंप की आशंका बढ़ गई है. वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी से मिली जानकारी के अनुसार-
- ⦁ उत्तराखंड में साल 2024 के दौरान करीब 59 भूकंप आए थे.
- ⦁ इसमें से 43 भूकंप 2.0 से 3.0 मैग्नीट्यूड के थे.
- ⦁ 15 भूकंप 3.0 से 3.9 मैग्नीट्यूड के बीच के थे.
- ⦁ केवल एक भूकंप 4.1 मैग्नीट्यूड था, जिसको लोगों ने महसूस किया था.
- ⦁ इस भूकंप को उच्च हिमालय क्षेत्र में भारत-नेपाल की सीमा पर महसूस किया था.
भूकंप के लिहाज से जोन चार और पांच में आता है उत्तराखंड: भूकंप के लिहाज से देखा जाए तो उत्तराखंड का बड़ा हिस्सा जोन चार और पांच में आता है. साल 2024 में प्रदेश के उच्च हिमालयी क्षेत्र में अधिकतर भूकंप आए हैं. इसके अलावा पिथौरागढ़, चमोली, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और कुछ टिहरी जिलों के उत्तरी भाग में भी भूकंप दर्ज किए गए हैं.
वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के वैज्ञानिकों की ओर से किए गए अध्ययन के अनुसार सभी भूकंप उच्च हिमालय की निचले क्षेत्र में आए हैं.
- साल 1991 में उत्तरकाशी में 6.6 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया था.
- साल 1999 में चमोली जिले में 6.4 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया था.
- साल 2007 में खरसाली में 5.0 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया था.
- साल 2017 में रुद्रप्रयाग जिले में 5.8 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया था.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के भू-वैज्ञानिक डॉ नरेश कुमार ने बताया कि
भूकंप मापने के लिए जो इक्विपमेंट लगाया जाता है इस सिस्मोग्राफ कहा जाता है. सिस्मोग्राफ छोटे से लेकर बड़े भूकंप को रिकॉर्ड करता है. उत्तराखंड में दो मेग्नीट्यूड से अधिक के करीब 50 भूकंप आए हैं, ये सभी भूकंप उत्तराखंड के चमोली और उत्तरकाशी रीजन यानी सेंट्रल हिमालयन रीजन में आए हैं. साल 2024 में उत्तराखंड में जो भूकंप आए हैं उनमें से अधिकतर भूकंप छोटे भूकंप है, जो महसूस नहीं होते हैं, लेकिन सिस्मोग्राफ में रिकॉर्ड होते हैं.
भू-वैज्ञानिक डॉ नरेश कुमार
2024 में उत्तराखंड में आए 59 भूकंप: वैज्ञानिक बताते हैं कि, साल 2024 में उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के आसपास के क्षेत्रों जैसे नेपाल में 2.0 से 4.1 मैग्नीट्यूड तीव्रता वाले कुल 59 भूकंप दर्ज किए गए. इनमें से अधिकतर भूकंप कम मैग्नीट्यूड के थे, जिन्हें स्लो या फिर सूक्ष्म भूकंप कहा जाता है. स्लो भूकंप लोगों को महसूस नहीं होता है. हालांकि ये भूकंप रिकॉर्डिंग उपकरण में रिकॉर्ड जरूर होता है. देश के हिमालयी क्षेत्रों में भूकंप का आना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन भूकंप की संख्या और भूकंप की तीव्रता समय के अनुसार घटती बढ़ती रहती है.
हिमालयन रीजन में रोजाना एक भूकंप रिकॉर्ड: भारत की हिमालयन बेल्ट में रोजाना एक भूकंप आ रहा है, जिसे सिस्मोग्राफ रिकॉर्ड कर रहा है. हालांकि, ये भूकंप लोगों को महसूस नहीं हो रहा है. क्योंकि लोगों को सिर्फ चार से पांच मेग्नीट्यूड के ही भूकंप महूसस होते हैं.
देश के हिमालय बेल्ट में करीब एक साल के भीतर 4 से 5 भूकंप पांच मेग्नीट्यूड के आसपास के आते हैं. साथ ही बताया कि हाल ही में तिब्बत में जो 7.1 मेग्नीट्यूड का भूकंप आया है, यह फिलहाल सबसे बड़ा भूकंप है, जो 2024 से 2025 में अभी तक के बीच में आया है. बाकी जो भूकंप देश में आए हैं वो कम मेग्नीट्यूड के रहे हैं.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी से मिली जानकारी के अनुसार, साल 2024 में उत्तराखंड राज्य में आए कुल 59 भूकंप अलग-अलग मेग्नीट्यूड और अलग-अलग क्षेत्र में आए थे. इसी तरह हिमाचल प्रदेश में साल 2024 में करीब 35 भूकंप रिकॉर्ड किए गए हैं.
देशभर में 568 भूकंप रिकॉर्ड हुए: कुल मिलाकर अगर भारत की बात करें तो साल 2024 में देश के तमाम हिस्सों में करीब 568 भूकंप रिकॉर्ड किए गए, जिसमें अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, उत्तराखंड, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और मेघालय समेत अन्य राज्य शामिल हैं. सबसे अधिक भूकंप देश के नॉर्थ और नॉर्थ ईस्ट क्षेत्रों में आए.
साल 2024 में पूरी दुनिया में 13,672 भूकंप आए: वहीं, विश्व भर में हर साल करीब 15 से 16 हजार बड़े भूकंप आते हैं. वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी से मिली जानकारी के अनुसार, साल 2024 में विश्व भर में करीब 13,672 भूकंप आए थे, जिसमें 10 भूकंप 7.0 से 7.9 मैग्नीट्यूड, 90 भूकंप 6.0 से 6.9 मैग्नीट्यूड, 1403 भूकंप 5.0 से 5.9 मैग्नीट्यूड, 12,196 भूकंप 4.0 से 4.9 मैग्नीट्यूड के थे.
इसके अलावा, 4.0 मैग्नीट्यूड से कम के हजारों भूकंप हर साल आते हैं, जो अधिकांश जगहों पर लोगों को महसूस भी नहीं होते हैं. इसके अलावा साल 2023 में 15,600 भूकंप, साल 2022 में 15,438 भूकंप और साल 2021 में 16,849 भूकंप आए थे.
साल 2024 में बड़े भूकंप: विश्व भर में आए भूकंप के आंकड़ों पर गौर करे तो एक जनवरी 2024 को जापान के नोटो प्रायद्वीप पर 7.5 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया था. इसके बाद 2 अप्रैल 2024 को ताइवान के हुआलिएन काउंटी में 7.4 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया. इसके बाद 17 दिसंबर 2024 को वानुअतु के शेफा में 7.3 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया था.
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