हरिद्वार (उत्तराखंड): अपने चाचा राजपाल यादव के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में हरिद्वार आए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज महाकुंभ, उत्तराखंड में लागू होने जा रहे यूसीसी, दिल्ली विधानसभा चुनाव, इंडिया गठबंधन और केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली शराब घोटाले में मुकदमा चलाने के लिए मिली गृह मंत्रालय की परमिशन पर बयान दिए हैं.
प्रयागराज महाकुंभ पर अखिलेश यादव का बयान: प्रयागराज कुंभ पर अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ हमारी हिंदू परंपरा के तहत हजारों साल से होता आया है. साधु-संत, ऋषि-मुनि जिन्हें हम कभी नहीं देख पाते, महाकुंभ में उनके दर्शन होते हैं. मा गंगा में पूजा पाठ की जो तिथियां होती हैं, उस दिन संगम में स्नान कर करके पुण्य कमाते हैं. प्रयागराज महाकुंभ में हुई कुछ घटनाओं के बारे में पूछने पर अखिलेश यादव ने कहा कि अभी इन सब चीजों पर बात करने का समय नहीं है. लेकिन इतने संसाधन होने के बाद अगर कमियां रहती हैं, तो कहीं न कहीं सवाल खड़ा होता है. आज के समय तो हर चीज Live है. हर चीज दिख रही है. हमें उम्मीद है कि सरकार उन तमाम कमियों पर ध्यान देगी. उन चीजों का सही तरीके से इंतजाम करेगी, क्योंकि अभी बहुत दिन महाकुंभ को चलना है. हमें उम्मीदें सरकार उन तमाम कमियों को दूर करेगी.
जब मां गंगा बुलाएंगी, तब महाकुंभ में स्नान करने जाऊंगा: जब अखिलेश यादव से यह पूछा गया कि वह कब प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने जाएंगे. इस पर उन्होंने कहा कि हरिद्वार से लेकर आखिरी कलकत्ता वेस्ट बंगाल तक मां गंगा बहती जाती हैं. जो जहां मां गंगा में जहां डुबकी लगाना चाहे, लगा सकता है. हर जगह का अपना महत्व है. कल जब मैं यहां हरिद्वार आया तो मकर संक्रांति थी. इसलिए मैंने कल ही यहां पर मां गंगा में स्नान किया. जब प्रयागराज महाकुंभ में मां गंगा बुलाएंगी, तो मैं तब जरूर प्रयागराज महाकुंभ में गंगा स्नान करने जाऊंगा.
यूसीसी से महत्वपूर्ण लोगों के सपने पूरा कहना: वहीं उत्तराखंड में 26 जनवरी को यूसीसी लागू होने की संभावनाओं पर पर जब अखिलेश यादव से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यूसीसी से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि उत्तराखंड और ये प्रदेश जिस समय बना था और जो यहां के लोगों ने सपना देखा था वो पूरा हो. उत्तराखंड राज्य की तरक्की होगी और यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा और इन्फ्रास्ट्रक्चर की तरक्की होगी तभी विकास होगा. राज्य बनने से पहले जिस तरह से यहां के लोग आरोप लगाते थे सरकारों पर क्यों उत्तराखंड में विकास नहीं पहुंचता है. उस शिकायत को दूर करना चाहिए. यदि हम पीछे मुड़ कर के देखते हैं तो कुछ हिस्से में खुशहाली तरक्की दिखती है, एक बहुत बड़ा हिस्सा अभी छूटा है, उत्तराखंड का जहां पर अभी भी विकास नहीं पहुंचा है. जो सपना उत्तराखंड के लिए देखा गया था, वह सपना अभी पूरा नहीं हुआ है. इस समय देश की राजनीति दूसरी दिशा में जा रही है. कुछ लोग उसे दूसरी दिशा में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं. हमारा जो धर्म है वह सबको अपनाता है.
इंडिया गठबंधन इंटैक्ट है: दिल्ली में आप और कांग्रेस के आमने-सामने आने पर अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे याद है इंडिया गठबंधन जब बन रहा था, तब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तमाम दलों के नेताओं से बात की थी. हमारी पार्टी से भी इंडिया गठबंधन के बनने के समय यही कहा गया था, कि जो रीजनल पार्टी जहां मजबूत होगी, उस रीजनल पार्टी को इंडिया गठबंधन और मजबूत करेगा. दिल्ली मैं आप बहुत मजबूत है. इसलिए समाजवादी पार्टी ने आप का समर्थन किया है.
इंडिया गठबंधन का मकसद बीजेपी को हराना: अखिलेश यादव ने कहा कि जो रीजनल पार्टी बीजेपी से मुकाबला कर रही है, हम इंडिया गठबंधन के सभी नेताओं को मिल करके उनकी मदद करनी चाहिए. उनके साथ खड़े होना चाहिए. चूंकि दिल्ली में आप-कांग्रेस आमने सामने हैं. हमारा सुझाव भी यही है, आप मजबूत है, इसलिए हम आप के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि सवाल दिल्ली का है. बीजेपी हारे ये हमारा मकसद है. यही मकसद कांग्रेस का है. यही मकसद समाजवादी पार्टी का है. यही मकसद आप का है. हम सब का मकसद एक है. उन्होंने कहा कि बीजेपी से ज्यादा झूठ बोलने वाला कोई नहीं है.
केजरीवाल पर मुकदमे को मंजूरी को तानाशाही बताया: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय को मंजूरी दे दी है. इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि सरकारें तानाशाही चलानी चाहती हैं.
चाचा राजपाल के अस्थि विसर्जन के लिए हरिद्वार आए अखिलेश यादव: आज बुधवार को हरिद्वार में अखिलेश यादव ने कहा कि जो भारतीयों की हिंदू परंपरा है, उसके तहत जो अनुष्ठान पिंडदान होते हैं, उसी पूजा के लिए हम लोग यहां पर आये हैं. मां गंगा के किनारे हम लोगों ने आज पूजा की है. आत्मा की शांति के लिए यहां के पंडित जी के माध्यम से हम लोगों ने पिंडदान का कार्य कराया है. अब चाचा हमारे बीच नहीं रहे हैं, इसलिए हम परिवार के सदस्यों के साथ अनुष्ठान करने आए.
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