श्रीनगर:संसदीय चुनावों से पहले भारत के चुनाव आयोग ने मंगलवार को स्थानीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने की मांग की थी.
ECI की 11 सदस्यीय टीम का नेतृत्व मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार कर रहे हैं. टीम ने कश्मीर के दस जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों और एसएसपी से मुलाकात की. वहीं, राजनीतिक दलों ने निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव की मांग की, जबकि पुलिस और नागरिक प्रशासन के अधिकारियों ने सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की.
हैरानी की बात यह है कि आमंत्रण के बावजूद पैंथर्स पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को ईसीआई से मिलने की अनुमति नहीं दी गई. पीपी अध्यक्ष हर्षदेव सिंह ने ईसीआई और जेके प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'ईसीआई भाजपा के आयोग के रूप में काम कर रहा है.'
नेशनल कॉन्फ्रेंस की वरिष्ठ नेता सकीना इटू ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने आयोग से संसदीय चुनावों के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने की मांग की. सकीना के अलावा, एनसी प्रांतीय अध्यक्ष नासिर असलम वानी ने भी ईसीआई प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की.
पीडीपी प्रवक्ता सुहैल बुखारी ने कहा कि उन्होंने सर्विस वोटर्स का मुद्दा आयोग के सामने उठाया है. उन्होंने कहा कि आयोग को जम्मू-कश्मीर में सर्विस वोटरों की संख्या स्पष्ट करनी चाहिए. पीडीपी प्रतिनिधिमंडल में महासचिव गुलाम नबी हंजुरा और पूर्व मंत्री आसिया नकाश शामिल थे.