चम्पावत: जिला मुख्यालय से सात किलोमीटर दूर एक टाइगर का शव मिलने से वन महकमे में हड़कंप मच गया है. एकहथिया नौले के समीप स्थानीय लोगों ने बाघ का शव देखा, तो इसकी सूचना वन अधिकारियों को दी. वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच बाघ के शव को कब्जे में लिया. साथ ही उसकी मौत के कारणों की जांच में जुट गई.
बाघ की उम्र करीब 6 साल, लंबाई 7 फीट:चंपावत डीएफओ नवीन पंत और एसडीओ नेहा चौधरी वन कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और गहन पड़ताल की. डीएफओ पंत के अनुसार बाघ की मौत प्रथम दृष्टया आपसी संघर्ष में होना लगता है. फिलहाल वन विभाग ने पोस्टमार्टम कराकर बाघ की मौत के कारणों का पता लगाने को कहा है. वन अधिकारियों के अनुसार बाघ की उम्र लगभग 6 साल के करीब है. साथ ही लंबाई सात फीट है. फिलहाल बाघ की मौत स्थानीय लोगों में कोतुहल का विषय है.
लकड़ी लेने जंगल निकली महिलाओं ने देखा बाघ का शव:स्थानीय ग्रामीणों से सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच बाघ के शव को कब्जे में लिया. जानकारी के मुताबिक ढकना गांव की कुछ महिलाएं लकड़ी लेने जंगल गई थीं. महिलाओं ने जब बाघ रास्ते में पड़ा हुआ देखा तो वह काफी भयभीत हो गईं. जिसके बाद इसकी सूचना ग्रामीणों द्वारा वन विभाग को दी गई. सूचना मिलने पर डीएफओ चंपावत नवीन पंत और एसडीओ नेहा चौधरी वन कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे.
बाघ के शव पर खरोंच के निशान हैं. बाघ की मौत की वजह का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद चल सकेगा. अलबत्ता बाघ के DNA की जांच भारतीय वन्य जीव संस्था देहरादून में की जाएगी. बाघ का बिसरा जांच के लिए IVRI बरेली भेजा जाएगा. फिलहाल वन विभाग बाघ की मौत के कारणों की जांच में जुट चुका है. -डीएफओ नवीन पंत-