रामनगर: वन प्रभाग के अंतर्गत पड़ने वाले देचौरी क्षेत्र के क्यारी गांव में जंगल घास लेने गया बुजुर्ग व्यक्ति लापता हो गया था. बताया जा रहा है कि बुजुर्ग व्यक्ति को बाघ ने अपना निवाला बनाया है. वहीं मौके पर कपड़े, मोबाइल मिलने के बाद जंगली जानवर के निवाला बनाए जाने की आशंका जताई जा रही थी. वहीं वन विभाग की टीम बुजुर्ग की तलाश में सर्च अभियान चलाया था. जिसके बाद बुजर्ग का जंगल में क्षत विक्षत शव मिला है.
गौर हो कि देचौरी क्षेत्र के क्यारी गांव में जंगल घास लेने गया बुजुर्ग वापस नहीं लौटने पर परिजनों ने तलाश शुरू की, लेकिन बुजर्ग का कुछ पता नहीं चला. जिसके बाद वन विभाग को घटना की जानकारी दी गई. काफी तलाश के बाद बुजुर्ग का जंगल में क्षत विक्षत शव मिला है. बुजुर्ग भुवन चंद्र बेलवाल के कपड़े, मोबाइल मिलने के बाद जंगली जानवर के निवाला बनाए जाने की आशंका जताई जा रही थी. सूचना पर गांव के सभी ग्रामीणों व वन विभाग के कर्मचारियों ने संयुक्त सर्च अभियान चलाए हुई थी.
बता दें कि क्षेत्र में वन्यजीवों के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. बीते दिन रामनगर वन प्रभाग के ओखलाढुंगा क्षेत्र में लकड़ी लेने गई महिला शांति देवी को बाघ ने अपना निवाला बनाया. वहीं दूसरी घटना बीते सायं कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी रेंज के अंतर्गत पड़ने वाले नेपाली बस्ती की है, जहां 38 वर्षीय प्रेम को बाघ ने अपना निवाला बनाया.
जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने रामनगर-ढेला मार्ग पर शव रखकर प्रदर्शन करते हुए बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की मांग की. तीसरी घटना क्यारी गांव में घटी है जहां बुजुर्ग व्यक्ति को बाघ ने निवाला बनाया है.
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