हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने गुरुवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ अलग-अलग बैठक की. इस दौरान उन्होंने राज्य की समस्याओं और आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बंटवारे के वादों का जिक्र किया. सीएम रेवंत ने सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (SCCL) और बय्यारम स्टील यूनिट को सीधे कोयला खदानों के आवंटन के मुद्दे को भी पीएम मोदी के ध्यान में लाया.
सीएम रेवंत रेड्डी दोपहर 12.30 बजे प्रधानमंत्री आवास पहुंचे और पीएम मोदी से राज्य से जुड़े मामलों पर करीब एक घंटे तक चर्चा की. प्रधानमंत्री के साथ बैठक में तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्क भी मौजूद थे. सीएम रेवंत रेड्डी ने प्रधानमंत्री मोदी से सिंगरेनी के आसपास की कोयला खदानों को आवंटित करने और वर्तमान में नीलाम किए जा रहे श्रवणपल्ली कोयला ब्लॉक को नीलामी सूची से हटाने की अपील की है. इसके अलावा उन्होंने पीएम से गोदावरी घाटी कोयला रिजर्व क्षेत्र के भीतर 3 खदानों को सिंगरेनी को आवंटित करने का अनुरोध किया.
सीएम रेवंत ने प्रधानमंत्री से हैदराबाद में आईटीआईआर को बहाल करने का अनुरोध किया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संज्ञान में लाया कि भले ही केंद्र सरकार ने हर राज्य में आईआईएम स्थापित करने का नीतिगत निर्णय लिया है, लेकिन अभी तक तेलंगाना को कोई आईआईएम नहीं दिया गया है. उन्होंने हैदराबाद में आईआईएम स्थापित करने का सुझाव दिया. उन्होंने प्रधानमंत्री से काजीपेट कोच फैक्ट्री को तुरंत मंजूरी देने का भी अनुरोध किया, जो तेलंगाना के आंध्र प्रदेश से अलग होने के दौरान दी गई थी.