जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर कसा तंज, बोले- ये आउटगोइंग पीएम हैं - Jairam Ramesh
jairam ramesh taunts pm modi: कांग्रेस नेता जयराम रमेश प्रधानमंत्री मोदी द्वारा तीसरी बार सरकार बनाने के दावों पर भड़क गए. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी मानसिक संतुलन खो बैठे हैं. तंज कसते हुए उन्हें आउटगोइंग पीएम कहा.
नई दिल्ली:कांग्रेस नेता जयराम रमेश, पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दोनों के द्वारा सीटों को लेकर किए जा रहे दावों पर भड़क गए. जयराम रमेश इस कदर उत्तेजित हो गए कि उन्होंने पीएम मोदी के बारे में कहा कि वह मानसिक संतुलन खो बैठे हैं. उन्हें आउटगोइंग पीएम करार दिया.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, 'वह (प्रधानमंत्री मोदी) एक निवर्तमान प्रधानमंत्री हैं और उनके साथ एक निवर्तमान गृह मंत्री भी हैं. 486 सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुका है, लेकिन पहले 2 चरणों के बाद ही यह स्पष्ट हो गया था कि I.N.D.I.A. गठबंधन को स्पष्ट और निर्णायक जनादेश मिलने वाला है. 7वां चरण बाकी है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि 4 जून को निवर्तमान प्रधानमंत्री बाहर हो जाएंगे. I.N.D.I.A. गठबंधन की सरकार बनेगी और 5 साल के लिए एक स्थिर, संवेदनशील और जिम्मेदार सरकार बनेगी. इसमें कोई संदेह नहीं है.'
कांग्रेस नेता जयराम रमेश से पूछा गया था कि मतदान और मतगणना में कुछ ही दिन बाकी है. पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दोनों सीटों को लेकर दावा कर रहे हैं. पीएम मोदी ने ओडिशा में साफ कहा कि तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनने जा रही है. इस प्रश्न पर जयराम रमेश उत्तेजित हो गए. जयराम रमेश ने कहा,'निवर्तमान प्रधानमंत्री की भाषा बिगड़ गई है. बार -बार इंडिया गठबंधन और कांग्रेस पार्टी के नेताओं को बदनाम करते हैं.
झूठ की महामारी फैलाते है. मैं तो कहता हूं कि वह विकृत असत्य भाषी हैं. अब तो यह भी साफ हो गया है कि वह मानसिक संतुलन खो बैठे हैं. चुनाव तो इंसानों के बीच में होता है, पार्टियों के बीच में होता है और वह एक इंसान हैं जो अपने आप को भगवान मानते हैं. ये कैसे व्यक्ति हैं. इनपर क्या भरोसा किया जा सकता है. आज इन्होंने एक और अनोखा बयान दिया है कि 1982 के पहले महात्मा गांधी का नाम ही नहीं था.
इनकी विचारधारा ने ऐसा माहौल पैदा किया कि महात्मा गांधी की हत्या हो गई. नाथूराम गोडसे की पूजा होती है आज. इसी विचारधार से निवर्तमान प्रधानमंत्री जुड़े हुए हैं. सबको बदनाम करते हैं. झूठ फैलाते हैं. आपने अपने 10 सालों में किया क्या? खासकर किसानों के लिए युवाओं के लिए पिछड़े वर्गों के लिए महिलाओं के लिए श्रमिकों के लिए क्या किया आपने? पिछला 10 साल तो अन्याय काल था.'