दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

जम्मू कश्मीर में कांग्रेस को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद, BJP के 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' स्लोगन पर उठाए सवाल - Congress

Congress Confident In Jammu Kashmir: तीन राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव एक साथ होने की उम्मीद थी, लेकिन चुनाव आयोग ने कहा कि महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव बाद में होंगे क्योंकि सीमावर्ती क्षेत्र जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा तैनाती की आवश्यकता है, जहां मतदान तीन चरणों में होगा.

जम्मू कश्मीर में कांग्रेस को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद
जम्मू कश्मीर में कांग्रेस को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद (फाइल फोटो)

By Amit Agnihotri

Published : Aug 16, 2024, 7:39 PM IST

नई दिल्ली:कांग्रेस ने हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में चुनाव की तारीखों की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि उसे अपनी जीत का भरोसा है, लेकिन पार्टी ने भाजपा के 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के नारे पर भी सवाल उठाया, क्योंकि चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड के लिए कार्यक्रम स्थगित कर दिया है.

तीन राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव एक साथ होने की उम्मीद थी, लेकिन चुनाव आयोग ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र जम्मू-कश्मीर के लिए आवश्यक सुरक्षा तैनाती के कारण महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव बाद में होंगे, जहां तीन चरणों में मतदान होगा.

'लोग हमारा समर्थन कर रहे हैं'
इस संबंध में हरियाणा में एआईसीसी के प्रभारी दीपक बाबरिया ने ईटीवी भारत से कहा, "हम चुनाव की तारीखों का स्वागत करते हैं. हम पहले से ही जमीन पर हैं, लोग हमारा समर्थन कर रहे हैं और जल्द ही हम एक नई सरकार बनाएंगे."

'हम कश्मीर क्षेत्र में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे'
वहीं, एआईसीसी के जम्मू-कश्मीर प्रभारी भरत सिंह सोलंकी ने ईटीवी भारत से कहा, "केंद्र शासित प्रदेश में पार्टी उत्साहित है. हमारे कार्यकर्ता पिछले हफ्तों से लगातार काम कर रहे थे. हम लोगों के पास जा रहे हैं और जम्मू क्षेत्र में पार्टी को लोगों का समर्थन मिल रहा है. हम कश्मीर क्षेत्र में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे."

भगवा पार्टी को हार का डर
महाराष्ट्र के प्रभारी एआईसीसी सचिव आशीष दुआ ने ईटीवी भारत को बताया कांग्रेस ने तीनों राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थीं. उसने भाजपा पर महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव की तारीखों में देरी के लिए चुनाव आयोग को प्रभावित करने का आरोप लगाया, क्योंकि भगवा पार्टी को दोनों राज्यों में हार का डर था.

उन्होंने कहा कि वे ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की बात करते रहते हैं, लेकिन वे चार राज्यों में चुनाव नहीं करा सकते. भाजपा ने महाराष्ट्र में चुनाव में देरी के लिए चुनाव आयोग को प्रभावित किया होगा, क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना-राकांपा गठबंधन पश्चिमी राज्य हारने वाला है. जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा तैनाती की चिंताओं का हवाला देना महाराष्ट्र में चुनाव में देरी का बहाना है.

महिलाओं पर निर्भर सरकार
वहीं, मुंबई कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष चरण सिंह सपरा के अनुसार, भाजपा द्वारा महाराष्ट्र चुनाव में देरी के पीछे असली कारण यह है कि सत्तारूढ़ गठबंधन अपनी सरकार बचाने के लिए महिला मतदाताओं पर निर्भर है. चरण सिंह ने ईटीवी भारत से कहा कि महायुति सरकार ने मध्य प्रदेश की तर्ज पर महिला भत्ता योजना शुरू की है, जहां वे पिछले साल सत्ता बरकरार रखने में सफल रहे थे.

सपरा ने कहा कि उन्होंने (सरकार) इस योजना के लिए 1.3 करोड़ महिलाओं को नामांकित किया है और 17 अगस्त को लगभग 80 लाख महिलाओं को पहली दो किस्तें वितरित करने जा रहे हैं. वे आने वाले महीनों में कुछ और किस्तें वितरित करना चाहते हैं और महिला मतदाताओं का समर्थन मांगना चाहते हैं. लेकिन महाराष्ट्र अलग है. यहां के लोग उन लोगों को नापसंद करते हैं जिन्होंने अपने नेताओं की पीठ में छुरा घोंपा.

उन्होंने दावा किया कि लोग सिर्फ शिवसेना और एनसीपी नेताओं को सबक सिखाने का इंतजार कर रहे हैं जिन्होंने सत्ता के लिए अपनी मूल पार्टी को छोड़ दिया. हाल के लोकसभा चुनावों ने दिखाया कि लोग महा विकास अघाड़ी के साथ हैं, जिसने राज्य की 48 संसदीय सीटों में से 30 पर जीत हासिल की. जब भी विधानसभा चुनाव होंगे, तब भी यही होगा."

यह भी पढ़ें- कांग्रेस, NC और CPIM ने चुनाव के ऐलान का किया स्वागत, PDP ने कसा तंज, फारूक अब्दुल्ला लड़ेंगे इलेक्शन

ABOUT THE AUTHOR

...view details