कोरबा: राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा रायगढ़ सक्ती होते हुए कोरबा पहुंची तो यहां जोरदार स्वागत हुआ. राहुल गांधी का कारवां आगे बढ़ते हुए बरपाली में पहुंचा. यहां कांग्रेस पार्टी की तरफ से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. इस पत्रकार वार्ता को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत और पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने संबोधित किया. भारत जोड़ो न्याय यात्रा को सफलता मिलने का दावा कांग्रेस नेताओं ने किया. इसके साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेताओं ने मोदी सरकार पर अटैक किया. इससे पहले कोरबा में लोगों से बात करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर कई बड़े प्रहार किए. उन्होंने मोदी सरकार पर जातिगत जनगणना नहीं करवाने और देश के उद्योगों को बेचने का आरोप लगाया.
भारत जोड़ो यात्रा का पड़ रहा सकारात्मक असर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने दावा किया कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का पॉजिटिव इफेक्ट देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि "भारत जोड़ो यात्रा' का पूरे देश में बहुत ही सकारात्मक प्रभाव पड़ा, जिसके बाद हमने नार्थ ईस्ट से 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' निकाली है.इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य पिछले 10 साल में हुए असंतोष और अन्याय को खत्म कर, वंचित वर्गों को उनका हक दिलाना है और हमारी इस यात्रा ने देशवासियों में न्याय की उम्मीद जगाई है. इस यात्रा से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में संचार होगा. लोकसभा चुनाव में भी इस यात्रा का राजनीतिक लाभ मिलेगा.छत्तीसगढ़ में यह यात्रा आई है, भले ही यहां हमारी सरकार नहीं बनी हो लेकिन हमारी सरकार की जो नीतियां और पॉलिसी थी उसको लोगों ने बहुत पसंद किया है इसलिए कांग्रेस यहां मजबूत है. राहुल गांधी जी की यात्रा के बाद कांग्रेस और मजबूत होगी".
"इंडी गठबंधन मजबूत है": इस यात्रा में जब इंडी गठबंधन इंडिया एलायंस की मजबूती को लेकर भी पत्रकारों ने सवाल पूछा. इस सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया कि इंडिया गठबंधन पूरी तरह मजबूत है. उन्होंने कहा कि" इंडिया गठबंधन मजबूत है सिर्फ नीतीश जी ने पलटी मारी है और आरएलडी पलटी मारने में लगी है. 28 पार्टियां थी हमारे गठबंधन में अभी दो पार्टियां घटी है. आप, डीएमके, टीएमसी और अन्य दलों के साथ हमारी शीट शेयरिंग की बात चल रही है. इंडिया गठबंधन को नीतीश जी और आरएलडी के जाने से कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है."
"जब मित्र और सहयोगी ऐसे राजनीतिक दल को छोड़ते हैं जिसने उन्हें बहुत कुछ दिया है.शायद उससे भी ज़्यादा जिसके वे हकदार थे.तब थोड़ी उदासी तो होती है. लेकिन जो लोग असुरक्षा की भावना से घिरे हुए हैं, उनके लिए वो विशेष वॉशिंग मशीन वैचारिक प्रतिबद्धता या व्यक्तिगत निष्ठा से हमेशा अधिक आकर्षक साबित होगी.विश्वासघात करने वाले इन लोगों को इस बात का अहसास नहीं है कि उनके जाने से उन लोगों के लिए बड़े पैमाने पर नए अवसर खुलेंगे, जिनकी तरक्की को ये हमेशा से रोकते रहे हैं" : जयराम रमेश, नेता, कांग्रेस