रायपुर: चुनावी सभा में अरविंद केजरीवाल ने सीता हरण का प्रसंग जनता को सुनाया था. केजरीवाल ने कहा था कि रावण ने सोने के हिरण का रुप धरा था. केजरीवाल के इस बयान पर अब सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. रायपुर पहुंचे केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरीराज सिंह ने तो अरविंद केजरीवाल रावण से भी ज्यादा खतरनाक बता दिया. गिरिराज सिंह ने कहा कि ये रुप बदलने में माहिर हैं. गिरिराज सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल चुनाव में हिंदू बनकर लोगों क ठगने निकले हैं. गिरीराज सिंह ने कहा कि पहले राहुल गांधी ये काम करते थे अब अरविंद केजरीवाल कर रहे हैं.
''अरविंद केजरीवाल रावण की तरह बदलते हैं रुप'': गिरिराज सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल रावण की तरह वेश बदलकर हिंदू बन गए हैं. गिरिराज सिंह ने केजरीवाल पर हिंदू धर्म ग्रंथों को अपमानित करने का आरोप भी लगाया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केजरीवाल पिछले चुनावों में मुस्लिम बन गए थे और मस्जिदों को तनख्वाह दे रहे थे. इस बार चुनावी हिंदू बने हैं. पुजारियों को भी वेतन देने का ऐलान किया है. गिरिराज सिंह ने कहा कि जिस तरीके से केजरीवाल ने रामायण को तोड़ मरोड़कर पेश किया है वो गलत है. बच्चा बच्चा जानता है कि मृग का रुप किसने धारन किया था. ब्राह्मण बनकर कौन सीता माता का हरण करता है. गिरीराज सिंह ने कहा कि केजरीवाल गलत पाठ पढ़ा रहे हैं.
रुप बदलकर ये दिल्ली वालों को ठगने का काम कर रहे हैं. ये प्रवृति राक्षसी प्रवृति है. रामाणय और राम के चरित्र को अपमानित कर रहे हैं क्योंकि खुद रावण की तरह वेश बदलकर चुनावी हिंदू बने हैं. ये बहरुपिया हैं. जिस तरह से राक्षसों में वेश बदलने की प्रवृति थी उसी तरह से ये रुप बदलकर दिल्ली वालों को ठगने का काम कर रहे हैं. ये रावण से भी ज्यादा वेश बदलने का काम कर रहे हैं. ये गिरगिट को भी मात करने का काम कर रहे हैं - गिरिराज सिंह, केंद्रीय कपड़ा मंत्री
क्या कहा था केजरीवाल ने: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की चुनावी सभा के दौरान रामायण के सीता हरण प्रसंग का जिक्र किया. केजरीवाल ने कहा था कि ''एक दिन रामचंद्र जी माता सीता को झोपड़ी में छोड़कर उनकी सुरक्षा के लिए लक्ष्मण को जिम्मेदारी सौंपकर खाने का इंतजाम करने जंगल चले गए. इतने में सोने का हिरण बनकर रावण आया. माता सीता ने लक्ष्मण से कहा कि मुझे यह हिरण चाहिए. लेकिन लक्ष्मण ने श्री राम की आज्ञा का हवाला देकर जाने से मना कर दिया. माता सीता ने इस पर उन्हें आदेश देते हुए कहा कि हिरण को पकड़ कर लाओ. लक्ष्मण जी हिरण को पकड़ने गए तब रावण वेश बदलकर सीता मैया का हरण कर चला गया''.