गरियाबंद: भालू डिग्गी जंगल में माओवादियों से चल रही मुठभेड़ अभी भी जारी है. रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि इलाके में दोनों ओर से रुक रुककर अभी भी फायरिंग जारी है. आईजी अमरेश मिश्रा के मुताबिक एनकाउंटर वाली जगह से 14 माओवादियों के शव बरामद किए गए हैं. बरामद किए गए शवों की पहचान की जा रही है. मौके से इंसास रायफल और बड़ी मात्रा में गोला बारूद बरामद किया गया है. आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि ऑपरेशन सक्सेसफुल रहा. हमने 15 हथियार भी नक्सलियों के बरामद किए हैं. मुठभेड़ के पहले दिन दो नक्सलियों के शव बरामद हुए थे.
एनकाउंटर में 14 नक्सली ढेर: आई जी अमरेश मिश्रा ने बताया कि मुठभेड़ 19 तारीख को शुरु हुई थी. हमने दो दिनों तक माओवादियों को अपने घेर में रखा. अभी नक्सली वहां से भागने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन फोर्स उनको निकलने नहीं दे रही है. एनकाउंटर जब पूरा हो जाएगा तब बुधवार को हम पूरी तरह से मारे गए नक्सलियों की संख्या सही तरीके से बता पाएंगे. संभव है मारे गए नक्सलियों की संख्या अभी और बढ़े. आईजी ने बताया कि मारे गए सभी नक्सली ओडिशा कैडर के थे और लंबे वक्त से इसी इलाके में सक्रिय थे. खुफिया इनपुट के बाद हमने इस ऑपरेशन को शुरु किया. हमारे दो जवान एक कोबरा और एक एसओजी का जवान जख्मी है. दोनों की हालत ठीक है. जल्द ही दोनों जवान फिर से मैदान में उतरेंगे.
खुफिया इनपुट पर ऑपरेशन शुरू: आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि मौक से नक्सलियों के कई दस्तावेज भी मिले हैं. दस्तावेजों में नगरीय निकाय चुनावों को लेकर भी कुछ जानकारी लिखी मिली है. संभव है चुनाव के दौरान ये कुछ उपद्रव कर सकते थे. आईजी ने कहा कि हमें ये बताया गया था कि 25 से 30 की संख्या में ओडिसा कैडर के नक्सली मौके पर जमा हैं. खुफिया इनपुट को क्रॉस चेक करने के बाद हम ऑपरेशन के लिए आगे बढ़े. जिस जगह पर नक्सली छिपे थे वहां इलाका काफी घने जंगलों के बीच का है. दिन के वक्त भी वहां पर साफ साफ ज्यादा नजर नहीं आता है. ऑपरेशन के दौरान हमें काफी दिक्कतें आई लेकिन हमारे जवानों ने नक्सलियों को अपने घेरबंदी में रोके रहा. दर्जनों बार नक्सलियों ने घेराबंदी तोड़कर भागने की कोशिश की लेकिन फोर्स ने उनके मंसूबों को फेल कर दिया.
इलाके में लगे हैं माइंस और IED: रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि जहां पर अभी एनकाउंटर जारी है वहां पर चारों ओर माइंस और IED लगे हुए हैं. बमों के होने के चलते हमें ऑपरेशन को अंजाम देने में बड़ी दिक्कतें आई. अच्छी बात रही है कि कैजुअल्टी नहीं हुई. ऑपरेशन के दौरान हमने अपने सभी आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया. जो भी हाईटेक तकनीक हैं उसका इस्तेमाल हमने अपने ऑपरेशन में किया है. फिलहाल अभी भी दोनों ओर से गोलीबारी जारी है. संभव है कल ऑपरेशन पूरा हो जाएगा. ऑपरेशन पूरा होने के बाद मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ भी सकती है.