कोटा. बिहार से कोटा में जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE) की तैयारी करने के लिए आया एक विद्यार्थी 5 महीने पहले लापता हो गया था, जिसको पुलिस ने तलाश लिया है. इस छात्र के केरल में होने की जानकारी मिली थी. जिसके बाद पुलिस ने उसे वहां से दस्तयाब किया और बाल कल्याण समिति कोटा के समक्ष पेश किया. जिसके बाद उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया. छात्र का कहना है कि वह जेईई की तैयारी के बाद इंजीनियरिंग करता, लेकिन इसमें काफी समय लग जाता. इसकी जगह वह ऑनलाइन ट्रेडिंग के जरिए भी अपने करियर को बना सकता था. इसलिए वह कोटा से फरार हो गया था.
पुलिस अधीक्षक जिला कोटा शहर डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि 9 नवंबर 2023 को बिहार के सुपौल जिला निवासी फरियादी ने थाना विज्ञान नगर पर रिपोर्ट दी कि मेरा 17 वर्षीय पुत्र विज्ञान नगर इन्द्रा कॉलोनी में हॉस्टल में रहकर आईआईटी की कोचिंग कर रहा था. वह 5 अक्टूबर 2023 को बिना बताए रूम से निकल गया है. इस पर धारा 363 आईपीसी में प्रकरण दर्ज कर छात्र की तलाश शुरू की गई थी. इस मामले में छात्र की तलाश के लिए 10 हजार रुपए इनाम की घोषणा भी की गई.
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गुमशुदा छात्र ने अपने मोबाइल नंबर से लेकर ईमेल आईडी और सोशल मीडिया के सभी अकाउंट भी बंद कर दिए थे. नया मोबाइल नंबर लेकर उसके जरिए ही नए अकाउंट चालू कर लिए थे. यहां तक कि उसने अपनी कोई भी जानकारी अपने किसी दोस्त या रिश्तेदार से संपर्क, सोशल मीडिया या मोबाइल के जरिए नहीं किया. पुलिस तकनीकी अनुसंधान कर रही थी. हाल ही में छात्र के केरल के त्रिवेंद्रम जिले के वर्कला शिवगिरी में होना सामने पाया गया.
एसपी दुहन ने बताया कि सब इंस्पेक्टर बबीता चौधरी, हेड कांस्टेबल ओमदत्त शर्मा, श्योजीराम व आरती राजावत की टीम को केरल भेजा गया, जहां से टीम ने दस्तयाब कर लिया. दूसरी तरफ छात्र के वापस मिलने के बाद उसके परिजन काफी खुश हैं. उन्होंने साल 2023 में दीपावली भी नहीं मनाई थी. एसपी सिटी डॉ. दुहन का कहना है कि छात्र की काउंसलिंग कराई गई, तब उसने बताया कि उसे समुद्र के आसपास का एरिया पसंद है. इसीलिए वह वर्कला शिवगिरी के ब्लैक बीच त्रिवेंद्रम पहुंच गया था. उसने बताया कि वह इंजीनियरिंग की कोचिंग के बाद इंजीनियरिंग करता व कैंपस प्लेसमेंट में 5 से 6 साल लग जाते, लेकिन वह ऑनलाइन ट्रेडिंग के जरिए बड़ा काम कर सकता था. इसीलिए वह केरल चला गया था.