छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा विधानसभा में हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस ने जब तक प्रत्याशी घोषित नहीं किया था तब तक भाजपा अपनी जीत तय मानकर चल रही थी, लेकिन कांग्रेस ने ऐसा दांव खेला कि बीजेपी के होश उड़ गए. दरअसल, आदिवासियों के आस्था का केंद्र आंचल कुंड के छोटे महाराज को ही कांग्रेस ने उम्मीदवार बना दिया है. इस धूनी वाले दरबार में आदिवासी समाज की खासी आस्था है. इसके बाद अब बीजेपी का पूरा कुनबा आंचल कुंड धाम में मत्था टेकने पहुंचा है.
बीजेपी का कुनबा पहुंचा मत्था टेकने
अमरवाड़ा विधानसभा में आंचल कुंड गांव है. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक 200 साल पहले खंडवा के धूनी वाले दादाजी के दरबार से लाकर यहां धूनी जलाई गई थी, जो लगातार जल रही है. इस दरबार में आदिवासियों की गहरी आस्था है. दरबार के मुख्य महाराज सुखराम दास बाबा हैं. चार पीढ़ियों से यही परिवार इस दरबार की सेवा कर रहा है. कांग्रेस ने इसी का फायदा उठाते हुए दरबार के छोटे महाराज उत्तराधिकारी सुखराम दास बाबा के बेटे धीरनशा इनवाती को टिकट देकर भाजपा को हैरत में डाल दिया है.
दादाजी महाराज से मांगा आशीर्वाद
आदिवासियों की आस्था कांग्रेस के वोट बैंक में अगर परिवर्तित हो जाती है तो बीजेपी के लिए संकट पैदा हो सकता है. इसीलिए मंत्री व विधानसभा अमरवाड़ा प्रभारी सम्पतिया उइके, प्रदेश महामंत्री व सांसद कविता पाटीदार सहित भाजपा प्रत्याशी कमलेश प्रताप शाह ने आंचल कुंड पहुंचकर पूजा-अर्चना की. इसके बाद दादाजी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त कर उप चुनाव के प्रचार अभियान का शुभारंभ किया. इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने लोकसभा चुनावों की तरह ही उप चुनाव में प्रचंड जीत की प्रार्थना की.
कांग्रेस धूनीवाले दरबार के नाम पर मांग रही है वोट