लखनऊ: चौधरी चरण सिंह को आज भारत रत्न घोषित कर दिया गया. देश के पांचवें प्रधानमंत्री और सबसे बड़े किसान व जाट नेता को देश का सबसे बड़ा सम्मान मिलने के बाद चारों ओर खुशी की लहर है. इसको लेकर चौधरी चरण सिंह के पोते और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी एक्स सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट करके खुशी जाहिर की है. इसमें उन्होंने लिखा है कि मोदी ने दिल जीत लिया.
चौधरी चरण सिंह के जीवन की प्रमुख बातें
- चौधरी चरण सिंह का जन्म 23 दिसंबर 1902 को उत्तर प्रदेश के बिजनौर जनपद के नूरपुर में एक जाट परिवार में हुआ था.
- आजादी के आंदोलन के समय ही चौधरी चरण सिंह राजनीति में आ गए थे. उन्होंने 1925 एमएससी करने के बाद लॉ की भी पढ़ाई की थी.
- चौधरी चरण सिंह पहली बार 1937 में विधायक बने. छपरौली विधानसभा सीट से वे पांच बार विधायक चुने गए थे.
- चौधरी चरण सिंह देश के पहले ऐसे जाट और किसान नेता थे जो दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और एक बार देश के प्रधानमंत्री.
- चौधरी चरण सिंह पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री रहे. हालांकि, उनका कार्यकाल ज्यादा लंबा नहीं रहा. वे सिर्फ पांच महीने ही प्रधानमंत्री रह पाए थे. 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक वे प्रधानमंत्री रहे.
- अपने दो बार के मुख्यमंत्री रहते हुए चौधरी चरण सिंह ने किसानों के हित में कई बड़े काम किए. इसमें सबसे महत्वपूर्ण काम रहा चकबंदी कानून, जिसे उन्होंने ही देश में लागू कराया.
- चौधरी चरण सिंह प्रधानमंत्री बनने के पहले केंद्र सरकार में कई बार कैबिनेट मंत्री भी रहे. उन्होंने कृषि और कानून मंत्रालय का कार्यभार संभाला.
- चौधरी चरण सिंह अपने जीवन में कई किताबें भी लिखीं. इसमें दो किताबें तो उन्होंने बरेली की जेल से लिखीं थीं. स्वाधीनता आंदोलन में वे जेल गए थे.
- चौधरी चरण सिंह की प्रमुख किताबों में India's Economic Policy, The Gandhian Blueprint, Economic Nightmare of India शामिल हैं.
- चौधरी चरण सिंह का निधन 29 मई 1987 को हुआ था. दिल्ली में किसान घाट नाम से उनकी समाधि बनी है. उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन भारतीयता और ग्रामीण परिवेश की मर्यादा में जिया.
अखिलेश यादव ने दी बधाई:चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न सम्मान की घोषणा पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसानों को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि चौधरी साहब को भारत रत्न देने के लिए समाजवादी पार्टी ने भी मांग की थी. आज जिनको-जिनको भारत रत्न से नवाजा गया है मैं उनको और उनसे जुड़े लोगों को बधाई देता हूं.