दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

प्रेमी से बोली प्रेमिका- घर पर कोई नहीं है आ जाओ, फिर...

रोज-रोज के लड़ाई-झगड़े से परेशान पद्मा महेंद्र से छुटकारा पाने का फैसला करती है. वह अपने पति शेखर और परिवार के साथ मिलकर महेन्द्र को रास्ते से हटाने की योजना बनाती है. पढ़ें पूरी खबर... वेलेंटाइन डे के दिन प्रेमी को घर बुलाया और यह कहकर मार डाला कि यहां कोई नहीं है...! आदिलाबाद जिले में एक शादीशुदा महिला की हैवानियत

Etv Bharat
प्रेमी से बोली प्रेमिका- घर पर कोई नहीं है आ जाओ, फिर...

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 15, 2024, 3:26 PM IST

हैदराबाद:तेलंगाना के आदिलाबाद जिले में वेलेंटाइन डे के दिन एक प्रेमी को उसकी प्रेमिका ने मौत के घाट उतार दिया. प्रेमिका की दरिंदगी की खबर जान आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. चेन्नूर मंडल के कम्मारिपल्ली में घटी इस घटना से इलाके में सनसनी का माहौल है. दरअसल, कम्मारिपल्ली इलाके में रहने वाली प्रेमिका का नाम पद्मा है. वह शादीशुदा है और दो बच्चों की मां है. पद्मा की शादी 12 साल पहले पोन्नाराम निवासी बट्टे शेखर से हुई थी.

शादी के कुछ साल तक दोनों पति पत्नी में खूब प्यार था, लेकिन बाद में पद्मा का दिल पोन्नाराम गांव के एक शख्स रामगिरी महेंद्र पर आ गया. महेंद्र की उम्र 28 साल है. वह हार्वेस्टर ड्राइवर का काम करता है. दोनों अक्सर चोरी छिपे एक दूसरे से मिलने लगे. धीरे-धारे पद्मा और महेन्द्र का प्यार परवान चढ़ गया और फिर पद्मा अपने पति शेखर को छोड़कर महेंद्र के साथ फरार हो गई. जिसके बाद, शेखर ने पुलिस में शिकायत की कि उसकी पत्नी लापता है. पुलिस की खोजबीन में बरामदी के बाद पिछले साल नवंबर महीने में पद्मा को पुलिस स्टेशन लाया गया.

पुलिस वाले और परिवार के लोगों ने पद्मा को पति के साथ वापस जाने के लिए बहुत समझाया. लेकिन, उसने अपने पति के साथ रहने से इनकार कर दिया और महेंद्र के साथ वापस चली गई. कुछ महीने महेंद्र के साथ रहने के बाद दोनों में विवाद हुआ और फिर पद्मा अपने मायके कम्मारिपल्ली आ गई और अपनी मां के साथ रहने लगी. लेकिन महेन्द्र अपनी प्रेमिका से मिलने उसके मायके हर रोज पहुंच जाता था, और फिर दोनों के बीच भयंकर लड़ाई होती थी. रोज-रोज के लड़ाई-झगड़े से परेशान पद्मा महेंद्र से छुटकारा पाने का फैसला करती है. वह अपने पति शेखर और परिवार के साथ मिलकर महेन्द्र को रास्ते से हटाने की योजना बनाती है.

सबसे पहले तो पद्मा यह कहकर अपने प्रेमी महेन्द्र को अपने मायके बुलाती है कि वह घर पर अकेली है. जब प्रेमी महेन्द्र उसके मायके आता है तब प्रेमिका पद्मा अपने पति शेखर और माता-पिता के साथ मिलकर उसकी हत्या कर देती है. घर के गेट पर आते ही सबसे पहले महेंद्र की आंखों में मिर्च पाउडर डाल दी जाती है, उसके बाद पूरा परिवार मिलकर उसकी लाठी- डंडे से जमकर पिटाई करता है. बेरहमी से पिटाई के बाद महेन्द्र घटनास्थल पर ही दम तोड़ देता है. जिसके बाद प्रमिका पद्मा और उसके परिवार लोग महेन्द्र के शव को बैलगाड़ी पर लादकर गांव के ही पास वन में ले जाता है और उसका अंतिम संस्कार कर देता है.

हालांकि, आस पड़ोस को इस घटना की भनक लग जाती है. दरअसल, जब महेंद्र को बेरहमी से पीटा जा रहा था तब पड़ोस के दो लोगों ने महेंद्र की चीखें सुन ली थी. मारपीट की आवाज सुनकर पड़ोसी ने पुलिस को इस घटना की जानकारी दे दी. जिसके बाद, पुलिस मौके पर पहुंचती है और फिर जलते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए चेन्नुरु सोशल अस्पताल में भेज देती है. बता दें, मंचिर्याल डीसीपी सुधीर रामनाथकेकन, जयपुर एसीपी मोहन और सीआई रविंदर और बंसीलाल ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है.

डीसीपी सुधीर रामनाथ केकन ने कहा कि जब आरोपी पद्मा, उसका पति शेखर, मां मोगिली ओडेलु और सुगुनाक्का को पुलिस ने पकड़ लिया है और उन्हें रिमांड पर भेज दिया गया है. आगे की जांच और आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. मृतक के भाई रविंदर की शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ एससी और एसटी प्रिवेंशन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.

ये भी पढ़ें-

ABOUT THE AUTHOR

...view details