नई दिल्ली : इंडिया गठबंधन में शामिल दलों ने सात राज्यों में हुए विधानसभा उपचुनाव में 13 सीटों में से 10 पर जीत हासिल की. उपचुनाव में जीत के बाद विपक्षी दलों में उत्साह का माहौल है. इसके विपरीत, भाजपा ने दो सीटें जीतीं, जबकि एक सीट निर्दलीय के खाते में गई. हालांकि उपचुनावों को जनता के मूड का संकेतक नहीं माना जाता है, लेकिन इंडिया गठबंधन के पक्ष में ये नतीजे हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के बाद आए हैं.
आम चुनाव में इंडिया गठंबधन लोकसभा की कुल 543 में से 232 सीटें जीतकर सरकार बनाने के करीब पहुंच गया था. हालांकि, भाजपा 240 सीटों के साथ अभी भी सबसे बड़ी पार्टी है और एनडीए को पूर्ण बहुमत मिला है. लोकसभा में अच्छे प्रदर्शन से विपक्षी दलों में आत्मविश्वास बढ़ा है और एनडीए के खिलाफ हमलावर भी है.
कांग्रेस उपचुनाव में हिमाचल प्रदेश में दो सीटें और भाजपा शासित उत्तराखंड में भी दो सीटें जीतने सफल रही. पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी ने राज्य की रायगंज, राणाघाट दक्षिण, मानिकतला और बागदा की चार सीटों पर कब्जा जमाया. आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब में जालंधर पश्चिम सीट जीतने में कामयाब रही. तमिलनाडु में डीएमके ने विक्रवंडी सीट जीती. बिहार में रूपौली सीट पर निर्दलीय ने जीत दर्ज की. कांग्रेस, टीएमसी, आप और डीएमके सभी इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं. इसके अलट, आक्रामक प्रचार के बावजूद भाजपा हिमाचल प्रदेश में हमीरपुर सीट और मध्य प्रदेश में अमरवाड़ा सीट जीत पाई.
दो पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में विधानसभा उपचुनाव में जीत से कांग्रेस नेताओं के बीच खुशी की लहर है. उपचुनाव के नतीजे ने संकेत दिया कि मतदाता अभी भी हिमाचल में देश की सबसे पुरानी पार्टी का समर्थन कर रहे हैं और उत्तराखंड में पार्टी की ओर लौट रहे हैं. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने दोनों पहाड़ी राज्यों में खराब प्रदर्शन किया था.
तो विधानसभा चुनाव में हमारा समर्थन करेगी जनता...
कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि उपचुनाव में जीत से कांग्रेस कार्यकर्ता बहुत उत्साहित हैं. लोगों ने उपचुनाव में भाजपा की मनमानी के खिलाफ मतदान किया है. जनात ने बद्रीनाथ में कांग्रेस उम्मीदवार लखपत बुटोला को आशीर्वाद दिया और भाजपा के राजेंद्र भंडारी को सबक सिखाया, जो लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर भगवा पार्टी में शामिल हो गए थे.