नई दिल्ली: राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के चार मनोनीत सदस्य शनिवार को रिटायर हो गए, जिससे संसद के उच्च सदन में बीजेपी के सदस्यों की संख्या घटकर 86 रह गई,. वहीं, एनडीए के सदस्यों की संख्या 101 रह गई. फिलहाल 19 सीट खाली होने के कारण राज्यसभा में कुल 225 सदस्य रह गए हैं. इसके चलते बीजेपी के लिए आगामी बजट सेशन में बिल पास करवाना आसान नहीं होगा.
हालांकि, एनडीए आगामी बजट सत्र के दौरान सात नॉन-अलांयन सदस्यों, दो निर्दलीय, AIADMK और YSRCP जैसे मित्र दलों के समर्थन से सदन में प्रमुख विधेयक पारित करवा सकता है. वहीं, बीजेपी के लिए मनोनीत कैटेगरी के तहत रिक्तियों को जल्द से जल्द भरना दूसरों पर उसकी निर्भरता को कम करने के लिए महत्वपूर्ण होगा.
बता दें कि राकेश सिन्हा, राम शकल, सोनल मानसिंह और महेश जेठमलानी वे चार मनोनीत सदस्य हैं जो शनिवार को रिटायर हो गए. इसके अलावा गुलाम अली मनोनीत कैटेगरी में बीजेपी के एक और ऐसे सदस्य हैं. हालांकि अली सितंबर 2028 में रिटायर होंगे.
राष्ट्रपति मनोनीत करता है 12 सदस्य
गौरतलब है कि राष्ट्रपति सरकार की सिफारिश पर 12 सदस्यों को राज्यसभा में मनोनीत करता है. मौजूदा सदन में उनमें से सात ने खुद को गुटनिरपेक्ष (बीजेपी का हिस्सा नहीं) रखा, लेकिन ऐसे सदस्य हमेशा किसी भी कानून या प्रस्ताव को पारित करने में सत्ताधारी पार्टी का पक्ष लेते हैं.
राज्यसभा में 19 पद खाली
वर्तमान में उच्च सदन में 19 पद खाली हैं. इनमें जम्मू-कश्मीर और मनोनीत कैटेगरी से चार-चार, असम, बिहार और महाराष्ट्र से दो-दो, हरियाणा, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, राजस्थान और त्रिपुरा से एक-एक पद रिक्त हैं. इन 11 सीटों में से दस सीटें पिछले महीने लोकसभा के सदस्यों के चुनाव के कारण खाली हुई थीं, जबकि एक भारत राष्ट्र समिति (BRS) के सदस्य के केशव राव के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी. राव बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए.
राज्यसभा में कांग्रेस की स्थिति
आने वाले महीनों में इन 11 सीटों के लिए होने वाले चुनाव से एनडीए को संभवत आठ सीटें और इंडिया ब्लॉक को तीन सीटें मिलेंगी, जिसमें तेलंगाना से कांग्रेस को मिलने वाली एक सीट भी शामिल है. इससे राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी की सीटों की संख्या 27 हो जाएगी, जो राज्यसभा में विपक्ष के नेता का पद बरकरार रखने के लिए आवश्यक सीटों से दो अधिक है.
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