नई दिल्ली: भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर तमिलनाडु में हाल ही में हुई जहरीली शराब त्रासदी पर उनकी पार्टी की चुप्पी पर सवाल उठाया. इस त्रासदी में कई लोग मारे गए थे. नड्डा ने खड़गे को लिखे पत्र में कहा कि तमिलनाडु में हुई शराब त्रासदी पूरी तरह से मानव निर्मित आपदा थी. उन्होंने कहा कि शायद अगर सत्तारूढ़ द्रमुक-आईएनडी गठबंधन सरकार और अवैध शराब माफिया के बीच गहरी सांठगांठ नहीं होती, तो 58 लोगों की जान बचाई जा सकती थी.
नड्डा ने कहा कि तमिलनाडु में जहरीली शराब पीने से हुई मौत अब तक की सबसे भयावह त्रासदी है. कल्लाकुरिची के करुणापुरम गांव में जलती चिताओं की भयावह तस्वीरों ने पूरे देश की अंतरात्मा को झकझोर दिया है. इस त्रासदी में अब तक 58 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 159 लोग अस्पताल में भर्ती हैं.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि खड़गे जी, जैसा कि आप जानते हैं, करुणापुरम में अनुसूचित जाति के लोग अधिक संख्या में रहते हैं, जो तमिलनाडु में गरीबी और भेदभाव के कारण अनेक चुनौतियों का सामना करते हैं. इसे देखते हुए, मुझे आश्चर्य हुआ कि जब इतनी बड़ी आपदा आई, तो आपके नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी ने इस पर चुप्पी साध रखी है. उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दों पर हमें पार्टी लाइन से ऊपर उठने की जरूरत है और एससी, एसटी समुदाय का कल्याण और सुरक्षा ऐसा ही एक मुद्दा है.
नड्डा ने खड़गे से कहा कि वे तमिलनाडु की डीएमके-आईएनडी गठबंधन सरकार पर सीबीआई जांच के लिए दबाव डालें और राज्य के मद्य निषेध एवं आबकारी मंत्री एस मुथुसामी को उनके पद से तत्काल हटाएं सुनिश्चित करें. उन्होंने यह भी मांग की कि पीड़ितों के परिजनों को दिए जाने वाले मुआवजे की राशि को उचित स्तर तक बढ़ाया जाए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इन परिवारों को पर्याप्त सहायता मिले.