रांची: संसद में देश के गृहमंत्री का बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर को लेकर दिए एक बयान के बाद से देश और राज्य की राजनीति के केंद्र में बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर आ गए हैं. कांग्रेस जहां 03 जनवरी से 26 जनवरी तक जय बापू...जय भीम...जय संविधान के जयघोष के साथ अंबेडकर सम्मान मार्च कार्यक्रम चला रही है, तो जवाब में भारतीय जनता पार्टी ने 'संविधान गौरव अभियान' शुरू कर दी है.
बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर को सम्मान देने के बहाने दलित वर्ग को साधने में लगी दोनों राष्ट्रीय दलों के बीच जारी होड़ लगी है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता जगदीश साहू कहते हैं कि ऐसा नहीं है कि हमारा जय बापू, जय भीम, जय संविधान कार्यक्रम पिछड़ गया है बल्कि मीडिया में हमारे कार्यक्रम को जगह ही नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर हमारा कार्यक्रम दिखता है.
झारखंड में झामुमो की पिछलग्गू पार्टी है कांग्रेस- भाजपा
भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने कहा कि बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर को लेकर संसद में गृहमंत्री ने बयान देकर यह बताया था कि कैसे कांग्रेस ने बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर और उनके बनाए संविधान का अपमान किया. ऐसे में अपने ऊपर के कलंक को ढकने के लिए कांग्रेस ने जय बापू, जय भीम, जय संविधान के नारे के साथ 'अंबेडकर सम्मान मार्च' शुरू किया था. झारखंड कांग्रेस का यह कार्यक्रम राज्य में फेल इसलिए हो रहा है क्योंकि यहां कांग्रेस की कोई ताकत नहीं है. वह झारखंड मुक्ति मोर्चा की पिछलग्गू पार्टी बनकर भले ही कांग्रेस ने कुछ सीटें पा ली या सरकार में है. लेकिन उसका कोई जनाधार नहीं है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने कहा कि देश में संविधान पर सबसे बड़ा कुठाराघात इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्रित्व काल में 42 वें संविधान संशोधन के रूप में कांग्रेस ने ही किया. भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेसियों के दिल में बाबा साहेब के लिए कोई सम्मान नहीं है, इसलिए उनका कार्यक्रम भी फीका है.
बीजेपी को कोई फायदा नहीं होगा- कांग्रेस