बीजापुर: साल 2025 में सुरक्षाबल के जवानों को अब तक की सबसे बड़ी सफलता मिली है. बीजापुर जिले के इंद्रावती टाइगर रिजर्व के अन्नापुर व बड़े काकलेर में हुए मुठभेड़ में जवानों ने 31 वर्दीधारी नक्सलियों को मार गिराया है. बताया जा रहा है कि यहां छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र के नक्सली इकट्ठे हुए थे. जवानों को इसकी भनक लगी. जिसके बाद नक्सल ऑपरेशन शुरू किया गया.
इस मुठभेड़ में 20 पुरुष व 11 महिला नक्सली मारे गए शामिल हैं. दो जवान शहीद हुए हैं. दो जवान घायल है. जिन्हें एयरलिफ्ट कर रायपुर इलाज के लिए लाया गया. रविवार देर रात मारे गए माओवादियों के शव और घटना स्थल से बरामद किए गए भारी संख्या में हथियारों को जिला मुख्यालय लाया गया है. मारे गए नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हुई है.
बीजापुर में सर्च ऑपरेशन जारी (ETV Bharat Chhattisgarh)
बीजापुर मुठभेड़ में मारे गए 31 नक्सली ढेर:दंतेवाड़ा DIG कमलोचन कश्यप ने बताया कि बीजापुर के बड़े इलाके में माओवादियों की मौजूदगी थी. जहां जवानों ने धावा बोला और सफलता मिली है. 31 नक्सली मारे गए हैं. किसी भी नक्सली की पहचान नहीं हुई है. ऑपरेशन अभी भी चल रहा है.
बीजापुर एनकाउंटर में 31 नक्सली मार गए (ETV Bharat Chhattisgarh)
नक्सलियों के खतरनाक हथियार बरामद: कमलोचन कश्यप ने बताया कि 6 घंटे नक्सली ऑपरेशन के बाद सर्च ऑपरेशन में भारी संख्या में हथियार मिले हैं. हथियारों में Ak-47, इंसास, SLR बीजीएल लॉन्चर सहित अन्य हथियार, कारतूस, BGL सेल टिफिन बम, नक्सली दस्तावेज, नक्सल वर्दी सहित अन्य विस्फोटक सामग्री व दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई है.
नक्सलियों का पावरफुल हथियार सुरखा (ETV Bharat Chhattisgarh)
हथियारों में एक लॉन्चर जिसे नक्सली सुरखा कहते हैं. इसे भी बरामद किया गया है. यह सुरखा काफी हानिकारक होता है. इसके सेल काफी बड़े होते हैं. इसके विस्फोट से बड़ा नुकसान हो सकता है. इसे बैटरी से संचालित किया जाता है. जिसे नक्सलियों की टैक्नीकल टीम बनाती है. डीआईजी ने आगे बताया कि सर्च ऑपरेशन में नक्सलियों की कोई गन फैक्ट्री नहीं मिली है. बीजापुर व सुकमा के सीमावर्ती इलाके धर्मावरम कैंप में भी जवानों ने सुरखा का इस्तेमाल किया था.
इंद्रावती टाइगर रिजर्व में छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और तेलंगाना के नक्सली कमांडर कर रहे थे प्लानिंग (ETV Bharat Chhattisgarh)
बीजापुर में होंगे और कई बड़े नक्सल ऑपरेशन: बीजापुर के इंद्रावती टाइगर रिजर्व में नक्सलियों की गतिविधियों पर अंकुश लगने के सवाल पर कमलोचन कश्यप ने कहा "इंद्रावती टाइगर रिजर्व के अन्नापुर व बड़े काकलेर पिछले कई सालों से नक्सलियों का कोर एरिया रहा है. सिर्फ एक दो एनकाउंटर से ऐसा नहीं कहा जा सकता. अभी कई ऑपरेशन और चलाने पड़ेंगे."