भोपाल: राजधानी में रहने वाले एक युवक ने फैमिली कोर्ट में अपना परिवार बचाने के लिए गुहार लगाई है. दरअसल उसके परिवार को कोई और नहीं, बल्कि उसकी सास ही तबाह करना चाह रही है. आए दिन पति-पत्नी के बीच विवाद होने पर पत्नी अपने मायके चली जाती है. जब पति उसे लेने के लिए ससुराल जाता है, तो सास पत्नी को साथ भेजने के लिए पैसे की मांग करती है. एक बार फिर जब सास ने अपनी बेटी को ससुराल भेजने के लिए पति से 4 लाख रुपये मांगे, तो परेशान होकर उसने फैमिली कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
तीन साल पहले हुई थी युवक की शादी
भोपाल निवासी युवक एक निजी कंपनी में जॉब करता है. उसकी शादी 3 साल पहले 2021 में होशंगाबाद की रहने वाली लड़की से हुई थी. पति ने कोर्ट को बताया कि शादी के 3-4 महीने तो सब ठीक रहा, इसके बाद पत्नी मायके चली गई. पति ने जब पत्नी को फोन कर भोपाल वापस आने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया. पति का आरोप है कि ससुराल पक्ष के रिश्तेदार और सास उसकी पत्नी को भड़का रहे हैं. जिससे उसका परिवार टूटने की कगार पर है.
एक बार 50 हजार रुपये दे चुका है पति
पति ने बताया कि, जब पहली बार पत्नी को मायके लेने गया, तो ससुराल पक्ष वालों ने खूब हल्ला किया. काफी बहस भी हुई. इस दौरान सास ने 50 हजार रुपये की डिमांग कर डाली. पति ने भी उस समय ससुराल की आर्थिक हालत को देखते हुए 50 हजार रुपये सास को दे दिया. जिसके बाद पत्नी अपने ससुराल भोपाल आ गई. जब दूसरी बार पत्नी अपने मायके गई, तब वह गर्भवती थी. लेकिन अब वह वापस आने को तैयार नहीं है. सास पत्नी को साथ भेजने के लिए 4 लाख रुपये की डिमांड कर रही है.''
सास का तर्क, बेटी की डिलेवरी को खर्च मांग रही
फैमिली कोर्ट में काउंसलर दिव्या दुबे ने बताया कि, ''युवक की सास का कहना है कि पति की मृत्यु के बाद उनकी आय का कोई साधन नहीं है. चूंकि बेटी की डिलेवरी मायके में हुई है, जिसमें उसका काफी पैसा खर्च हुआ है.'सास का कहना है कि वह डिलेवरी में लगा हुआ खर्च मांग रही है. जब मैंने अपनी बेटी उनको दी है, तो उसकी जिम्मेदारी पति और ससुराल पक्ष की है. अभी यह मामला फैमिली कोर्ट में विचाराधीन है.''