लखनऊ :अयोध्या के भदरसा में 12 साल की बच्ची से गैंगरेप के मामले में सोमवार को कोर्ट के सामने गर्भपात कराए गए भ्रूण व आरोपियों की सीलबंद डीएनए रिपोर्ट पेश की गई. इस रिपोर्ट में सपा नेता मोईद खान के नौकर राजू खान का डीएनए भ्रूण के डीएनए से मैच हो गया है. हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने 21 सितम्बर को फॉरेनसिक लैब को एक हफ्ते में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए थे.
दरअसल, सपा नेता व गैंगरेप आरोपी मोईद खान ने कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी. उनके अधिवक्ता की दलील थी कि मोईद 71 वर्ष का बुजुर्ग है और उन्हें राजनीतिक कारणों से इस केस में फंसाया गया है. मोईद खान को कोई दस्तावेज भी नहीं दिए जा रहे हैं. याचिका का विरोध करते हुए राज्य सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता वीके शाही ने दलील दी थी कि मामला बहुत ही गंभीर है. जिसके बाद कोर्ट ने फॉरेनसिक लैब को डीएनए रिपोर्ट एक हफ्ते में पेश करने के आदेश दिए थे.
अपर महाधिवक्ता विनोद शाही के मुताबिक, डीएनए रिपोर्ट में राजू का सैंपल मैच हुआ है. जिससे साफ है कि बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ था. बताया कि गैंगरेप होने कि स्थिति में यदि गर्भ ठहरता है तो DNA सिर्फ एक ही आरोपी का मैच करता है.
यह है पूरा वाकया:अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में 12 वर्ष की बच्ची से गैंगरेप की घटना हुई थी. घटना का खुलासा 29 जुलाई को तब हुआ, जब पीड़ित बच्ची 2 महीने की गर्भवती हो गई. बच्ची की मां ने सपा नेता मोईद खान व उसके नौकर राजू के खिलाफ थाने में तहरीर दी. जिस पर परिजनों का आरोप था कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद विहिप, बजरंग दल के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने इस मामले पर विरोध प्रदर्शन किया तो पुलिस ने मोईद खान और उसके नौकर को गिरफ्तार किया. दोनों जेल में हैं. बता दें कि पीड़िता की मां ने सीएम से मुलाकात की थी. इसके बाद पूरा कलंदर थानाध्यक्ष रतन शर्मा और भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता को सस्पेंड कर दिया गया था. मुख्यमंत्री योगी ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे, जिसके बाद मोईद खान की अवैध बनी बेकरी और कॉम्प्लेक्स पर बुलडोजर चलाकर उसे जमींदोज कर दिया गया था.