ETV Bharat / state

मिर्जापुर में टूटा नहर का तटबंध; सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न, लोगों के घरों में घुसा पानी - MIRZAPUR CROPS SUBMERGED

मिर्जापुर में दो नहरों का तटबंध टूटने से सैकड़ों बीघा फसल जल मग्न हो गई है. साथ ही कई घरों में पानी घुस गया है.

ETV Bharat
मिर्जापुर की फसले हुई जलमग्न (pic credit- ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 5, 2025, 10:16 PM IST

मिर्जापुर: जनपद में बिना बारिश और बाढ़ के दो इलाकों में पानी ही पानी नजर आ रहा है. पहला मामला हलिया विकास खंड के सोठिया गांव का है. यहां हलिया माइनर नहर का तटबंध टूट जाने से सैकड़ों बीघा गेंहू की फसल जलमग्न हो गयी. यही नहीं पानी इतना ज्यादा था कि वह ग्रामीणों के घरों तक पहुंच गया. हालात ऐसे हैं कि अब इस भीषण ठंड में लोगों को घर में रहने में भी परेशानी हो रही है.

बताया जा रहा है, लाखों रुपये खर्च कर दिसम्बर महीने में नहर की शील्ड सफाई का कार्य किया गया था. नहर में पानी छोड़े जाने के बाद नहर की पटरी अचानक टूटने से किसानों की गेहूं की फसल जलमग्न हो गई. कुछ घरों में नहर का पानी भर गया. घर के बाहर रखा सामान पानी के चपेट में आ गया.

ग्रामीण मणिराज मिश्रा चौधरी गुप्ता और शंकर लाल ने बताया कि कुछ दिन पहले माइनर की सफाई की गई थी. पानी छोड़े जाने से वह टूट गयी, जिससे पूरी फसल पानी में डूब गई. घर में नहर का पानी घुसने से रखी खाद्य सामग्री भी नष्ट हो गयी. साथ ही फसल भी पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है.

यह भी पढ़ें - यूपी के किसानों को बड़ी राहत, अब 15 जनवरी तक करा सकेंगे रबी सीजन की फसलों का बीमा - RABI SEASON CROPS INSURANCE

दूसरा मामला जमालपुर विकासखंड के गौरी गांव का है. यहां ककरही गौरी माइनर नहर का तटबंध टूटने से सैकड़ों एकड़ फसल डूब गयी. जब तक किसानों को पता चलता, तब तक पूरी फसल पूरी तरह पानी में डूब चुकी थी. किसानों ने जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन से मुआवजे की मांग की है. गांव के किसान केसरी नंदन गुड्डू सिंह धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि कई सालों से नहर में पानी नहीं आ रहा था. अचानक इसे खोला गया. इससे जर्जर तटबंध टूट गया. खेत में गेहूं, सरसों, मटर जैसी फसलें डूब गयीं.

सिंचाई विभाग के अवर अभियंता सिद्धार्थ यादव ने बताया कि माइनर नहर का तटबंध टूटने की जानकारी मिली है. इस बारे में कर्मचारियों को बोला गया है. जल्द ही नहर की टूटी पटरी को दुरुस्त किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें - वाराणसी : नहर का तटबंध टूटा, पचास एकड़ से अधिक गेहूं की फसल जलमग्न - canal embankment broke down

मिर्जापुर: जनपद में बिना बारिश और बाढ़ के दो इलाकों में पानी ही पानी नजर आ रहा है. पहला मामला हलिया विकास खंड के सोठिया गांव का है. यहां हलिया माइनर नहर का तटबंध टूट जाने से सैकड़ों बीघा गेंहू की फसल जलमग्न हो गयी. यही नहीं पानी इतना ज्यादा था कि वह ग्रामीणों के घरों तक पहुंच गया. हालात ऐसे हैं कि अब इस भीषण ठंड में लोगों को घर में रहने में भी परेशानी हो रही है.

बताया जा रहा है, लाखों रुपये खर्च कर दिसम्बर महीने में नहर की शील्ड सफाई का कार्य किया गया था. नहर में पानी छोड़े जाने के बाद नहर की पटरी अचानक टूटने से किसानों की गेहूं की फसल जलमग्न हो गई. कुछ घरों में नहर का पानी भर गया. घर के बाहर रखा सामान पानी के चपेट में आ गया.

ग्रामीण मणिराज मिश्रा चौधरी गुप्ता और शंकर लाल ने बताया कि कुछ दिन पहले माइनर की सफाई की गई थी. पानी छोड़े जाने से वह टूट गयी, जिससे पूरी फसल पानी में डूब गई. घर में नहर का पानी घुसने से रखी खाद्य सामग्री भी नष्ट हो गयी. साथ ही फसल भी पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है.

यह भी पढ़ें - यूपी के किसानों को बड़ी राहत, अब 15 जनवरी तक करा सकेंगे रबी सीजन की फसलों का बीमा - RABI SEASON CROPS INSURANCE

दूसरा मामला जमालपुर विकासखंड के गौरी गांव का है. यहां ककरही गौरी माइनर नहर का तटबंध टूटने से सैकड़ों एकड़ फसल डूब गयी. जब तक किसानों को पता चलता, तब तक पूरी फसल पूरी तरह पानी में डूब चुकी थी. किसानों ने जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन से मुआवजे की मांग की है. गांव के किसान केसरी नंदन गुड्डू सिंह धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि कई सालों से नहर में पानी नहीं आ रहा था. अचानक इसे खोला गया. इससे जर्जर तटबंध टूट गया. खेत में गेहूं, सरसों, मटर जैसी फसलें डूब गयीं.

सिंचाई विभाग के अवर अभियंता सिद्धार्थ यादव ने बताया कि माइनर नहर का तटबंध टूटने की जानकारी मिली है. इस बारे में कर्मचारियों को बोला गया है. जल्द ही नहर की टूटी पटरी को दुरुस्त किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें - वाराणसी : नहर का तटबंध टूटा, पचास एकड़ से अधिक गेहूं की फसल जलमग्न - canal embankment broke down

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.