नई दिल्ली: दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी 21 सितंबर को शपथ लेंगी. आम आदमी पार्टी (AAP) ने गुरुवार को कहा कि मंत्री गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत और इमरान हुसैन कैबिनेट का हिस्सा बने रहेंगे. उनके साथ मुकेश अहलावत भी कैबिनेट में नए चेहरे होंगे. मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार आतिशी और उनका नया मंत्रिमंडल एक ही दिन पद की शपथ लेंगे. मुकेश सुल्तानपुर माजरा से विधायक हैं. यह अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं. यह राजकुमार आनंद की जगह लेंगे.
दिल्ली सरकार में एससी कोटे से मंत्री: दिल्ली सरकार की कैबिनेट में शुरू से ही एससी कोटे से आने वाले विधायक एक मंत्री रहे हैं. वर्ष 2020 में जब अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बनी थी, तब सीमापुरी से विधायक राजेंद्र पाल गौतम को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. 2022 में एक बयान से जब वह विवादों में आए तो उन्होंने मंत्रिमंडल पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद पटेल नगर से विधायक राजकुमार आनंद को कैबिनेट में शामिल किया गया था.
राजकुमार आनंद लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और वह पार्टी भी छोड़ दी. तब से मंत्री पद खाली था. इसी कोट के तहत अब मुकेश अहलावत को कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा. आने वाले दिनों में जब आतिशी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगीं तो यह पांच विधायक भी दिल्ली सरकार की नए कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ लेंगे.
पार्टी सूत्रों के अनुसार, मुकेश अहलावत के अलावा अन्य जो विधायक हैं और पहले से सरकार के मंत्री थे उनके पास वही विभाग रहेगा. मुकेश अहलावत को राजकुमार आनंद के पास वाले समाज कल्याण व अन्य विभागों की जिम्मेदारी मिल सकती है.
बता दें, मंगलवार को अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से अपना व अपने मंत्रिमंडल का इस्तीफा उपराज्यपाल वीके सक्सेना को सौंप दिया था. केजरीवाल द्वारा सौंप गए इस्तीफा को उपराज्यपाल ने बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेज दिया था. साथ में भेजे गए पत्र में मुख्यमंत्री पद पर आतिशी के शपथ ग्रहण की तारीख 21 सितंबर के प्रस्तावित होने का जिक्र है. संभावना है कि उस दिन मुख्यमंत्री के साथ ही यह सभी आप विधायक भी मंत्री पद की शपथ लेंगे.
कौन हैं मुकेश अहलावत :आम आदमी पार्टी शासित दिल्ली सरकार में अब नए दलित चेहरे के रूप में 44 वर्षीय मुकेश अहलावत कैबिनेट मंत्री बनेंगे. वर्ष 2020 में मुकेश अहलावत पहली बार दिल्ली के सुल्तानपुर माजरा विधानसभा सीट से विधायक चुनकर विधानसभा पहुंचे थे. इन्होंने 12वीं तक पढ़ाई की है. मुकेश अहलावत को आम आदमी पार्टी ने राजस्थान के सह प्रभारी की जिम्मेदारी भी दी है. पेशे से व्यवसायी हैं और चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे के अनुसार इन पर कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है. उनके पास 6,18,59,236 रुपए की कुल संपत्ति है. वर्ष 2008 में मंगोलपुरी विधानसभा सीट से जब बीएसपी के टिकट से विधायक का चुनाव लड़े थे, तब कुल संपत्ति 2,53,09,260 का बताया था. वर्ष 2013 में सुल्तानपुर माजरा सीट से बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा तब उनकी कुल संपत्ति 12,61,89,256 था. मुकेश अहलावत वर्ष 2020 में आप के टिकट से सुल्तानपुर माजरा सीट से चुनाव लड़े. जिसमें उन्हें जीत मिली. दो बार उन्हें चुनाव में हार मिली, तीसरी बार आप से विधायक चुने गए.